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‘मैं महिला क्रिकेट होने ही नहीं देता’, जब पूर्व BCCI अध्यक्ष ने तोड़ दिया था टीम की कप्तान का मनोबल

ICC Women's World Cup 2025: 2 नवंबर का दिन भारतीय क्रिकेट इतिहास में सुनहरे अक्षरों से लिखने वाली भारतीय महिला क्रिकेट टीम की खिलाड़ियों की पूरी दुनिया में चर्चा हो रही है। लेकिन एक वक्त BCCI अध्यक्ष ने ही उनका मनोबल तोड़ दिया था।

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N Srinivasan and India Womens Cricket Player

भारतीय महिला क्रिकेट टीम की खिलाड़ी और एन श्रीनिवासन (फोटो- IANS)

India Women's Cricket Team: डीवाई पाटिल स्टेडियम में 2 नवंबर की रात को भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने न सिर्फ साउथ अफ्रीका को हराया, बल्कि ऐसे लोगों को भी आईना दिखाया, जो वूमेंस क्रिकेट के खिलाफ थे। मुंबई के डीवाई पाटिल स्टेडियम में भारतीय टीम ने साउथ अफ्रीका को 52 रन से हराकर खिताब जीता। वर्ल्डक्रिकेट को 25 साल बाद नई चैंपियन टीम मिली। पूरा विश्व इस वक्त भारतीय महिला टीम के खिलाड़ियों का गुणगान कर रहा है। लेकिन कुछ फैंस पूर्व बीसीसीआई अध्यक्ष एन श्रीनिवासन की वो बात नहीं भूले, जिसने वूमेंस टीम के मनोबल को तोड़ दिया था।

श्रीनिवासन ने तोड़ा था मनोबल

15 साल पहले जब एन श्रीनिवासन बीसीसीआई के अध्यक्ष बने तब वूमेंस भारतीय क्रिकेट टीम की कप्तान डायना एडुलजी वानखेड़े स्टेडियम में श्रीनिवासन को बधाई देने गईं। उन्होंने श्रीनिवासन से मुस्कुराते हुए कहा, “बधाई हो सर।” श्रीनिवासन ने उन्हें तिरछी नजरों से देखा और कहा, “अगर मेरी मर्जी होती, तो मैं महिला क्रिकेट होने ही नहीं देता। मुझे ये पसंद नहीं।” ये बात सुनकर डायना के पैरों तले जमीन खिसक गई। घर लौटकर सोचने लगीं कि “ये तो बस शुरुआत है।” सालों तक बीसीसीआई में पुरुष ही राज करते रहे। महिला क्रिकेट तो बस नाम का था। कोई पैसा नहीं, कोई मैदान नहीं, कोई सम्मान नहीं।

बता दें कि 2005 में भारतीय महिला क्रिकेट टीम वर्ल्डकप के फाइनल में पहुंची और 2006 में महिला क्रिकेट का भी BCCI ने संचालन शुरू कर दिया। तब लगा कि कुछ बदलेगा लेकिन श्रीनिवासन की बातें सुनकर महिला क्रिकेट खिलाड़ियों का मनोबल ही टूट गया। हालांकि समय हमेशा एक जैसा नहीं रहता है। उसकी सबसे खास बात है कि जैसा भी हो, बदल जाता है। 2014 में आईपीएल सट्टेबाजी की वजह से श्रीनिवासन को अपनी कुर्सी गंवानी पड़ी। फिर कुछ सालों बाद जय शाह BCCI के सचिव बने और हवा भी बदली।

2023 में वूमेंस प्रीमियर लीग शुरू हुई। महिला खिलाड़ियों को अब कॉन्ट्रेक्ट के अलावा लाखों-करोड़ों रुपए मिलने लगे। 2025 में वूमेंस वर्ल्डकप का खिताब भारतीय महिला क्रिकेट टीम को और आगे ले जाने का काम करेगा। एक दौर था, जब BCCI का अध्यक्ष ही वूमेंस क्रिकेट को सपोर्ट नहीं करना चाहता था, अब वूमेंस क्रिकेटर्स के लिए अलग से लीग हो रहे हैं। उन्हें वो सारी सुविधाएं मिल रही हैं, जो मेंस टीम के खिलाड़ियों को मिलती हैं। वूमेंस वर्ल्डकप 2025 के फाइनल में टीम इंडिया की जीत के बाद सोशल मीडिया पर डायना की पुरानी बात फिर वायरल होने लगी। लोग लिखने लगे, “देखो, जिसे श्रीनिवासन ने रोका, वही आज विश्व चैंपियन हैं!”