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वर्ल्डकप जीतने के 24 घंटे के भीतर हरमनप्रीत की लगी लौटरी! इस कंपनी ने बनाया अपना ब्रांड एम्बेसडर

Harmanpreet Kaur Becomes Brand Ambassador: भारतीय महिला क्रिकेट टीम 2 नवंबर 2025 की तारीख को पहली बार विश्वविजेता बनी। कप्तान हरमनप्रीत कौर को कप उठाए अभी 24 घंटे भी नहीं हुए थे कि देश की सबसे बड़ी रियल एस्टेट कंपनियों में से एक ओमेक्स (Omaxe) लिमिटेड ने उन्हें अपना ब्रांड एंबेसडर घोषित कर दिया है।

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Indian Women's Cricket Team

भारतीय महिला क्रिकेट टीम (फोटो - IANS)

ICC Women's World Cup 2025: महिला क्रिकेट विश्व कप 2025 का फाइनल, दक्षिण अफ्रीका की पारी के 46वें ओवर की तीसरी गेंद, और दीप्ति शर्मा की गेंद पर डीक्लर्क का शॉट सीधा एक्सट्रा कवर पर तैनात कप्तान हरमनप्रीत कौर के हाथ में समा गया। हर भारतीय क्रिकेट फैन के लिए यह नजारा सपने की तरह था, जो सालों तक उन्हें रोमांचित करता रहेगा। लेकिन इस जीत के मायने बहुत ज्यादा हैं। पूर्व क्रिकेटर और कमेंट्रेटर आकाश चोपड़ा ने कहा, "भारतीय महिला क्रिकेट इस दिन के बाद कभी पहले जैसा नहीं रहेगा"।

इस बदलाव की शुरुआत कप जीतने के मात्र 24 घंटों के अंदर हो गई, जब देश की सबसे बड़ी रियल एस्टेट कंपनियों में से एक ओमेक्स लिमिटेड ने कप्तान हरमनप्रीत कौर को अपना ब्रांड एंबेसडर घोषित किया। इस डील की घोषणा मैच के अगले दिन कंपनी ने प्रेस रिलीज के माध्यम से की। इस मौके पर हरमनप्रीत कौर ने कहा, "मुझे ओमेक्स के ब्रांड एम्बेसडर के रूप में शामिल होने और एक ऐसी कंपनी के साथ खड़े होने पर गर्व है, जो युवाओं को सशक्त बनाने, समुदायों को मजबूत करने और ऐसी सुविधाओं का निर्माण करने में विश्वास रखती है, जो सपनों को प्रेरित करती हैं और उन्हें उपलब्धियों में बदल देती हैं।"

यह एंडोर्समेंट डील भारतीय महिला क्रिकेट के व्यावसायिक पक्ष को एक नई दिशा देती नजर आ रही है। हरमनप्रीत जैसी दिग्गज खिलाड़ी को तुरंत किसी ब्रांड का ऑफर मिलना दर्शाता है कि अब बड़ी कंपनियां महिला क्रिकेट पर इनवेस्टमेंट को सिर्फ सामाजिक जिम्मेदारी का हिस्सा और चैरिटी की तरह नहीं, बल्कि मार्केट पॉवर और ब्रांड वैल्यू के सोर्स की तरह देख रही हैं। यह डील ज्यादा कंपनियों को महिलाओं के स्पोर्ट्स इन्फ्रास्ट्रक्चर की तरफ आकर्षित कर सकती हैं।

पंजाब के गांव से इतिहास के पन्नों तक

पंजाब के मोगा में 8 मार्च 1989 को जन्मी हरमनप्रीत का परिवार स्पोर्ट्स के लिए जुनूनी लोगों से भरा है। उनके पिता हरमंदर सिंह भुल्लर बड़े स्पोर्ट्स फैन हैं। आर्थिक तंगी और संसाधनों के अभाव में बचपन बीता, मगर ये समस्याएं कहां हरमन का हौसला तोड़ पाती। एक प्राइवेट क्रिकेट अकादमी में ट्रेनिंग के लिए अपने घर से रोज 30 किलोमीटर दूर जाने के संघर्ष से इस कहानी की शुरुआत होती है, जिसका अंजाम आज पूरी दुनिया देख रही है।

शुरुआत उन्होंने लड़कों के साथ खेलकर की, जहां उनकी आक्रामक बल्लेबाजी शैली जल्दी ही नजर आने लगी। 2009 में उन्होंने 20 वर्ष की उम्र में अपना पहला वनडे मुकाबला खेला, फिर टी-20 और टेस्ट में कदम रखा। साल 2018 में मिताली राज के बाद भारत की महिला टीम की कमान संभाली और उसके बाद निरंतर शानदार प्रदर्शन के साथ कप्तानी में नए आयाम स्थापित किए। 2025 विश्व कप का विजयी अभियान भी भारतीय टीम ने "लेट्स डू इट फॉर हरमन दी" के जयघोष के साथ ही शुरु किया था।