टीम इंडिया के मुख्य कोच गौतम गंभीर। (फोटो सोर्स: IANS)
केएल राहुल ने 2016 में वनडे डेब्यू किया था उसके बाद से वह अपने करियर का ज्यादातर समय नंबर-5 पर ही खेले हैं। इस क्रम पर बल्लेबाजी करते हुए उनका औसत 56 से ज़्यादा है और उनके नाम 9 अर्धशतक और 2 शतक हैं, जो इस बात का प्रमाण है कि उन्हें बल्लेबाजी क्रम में नीचे नहीं भेजा जाना चाहिए। फिर भी भारत के हेड कोच गौतम गंभीर से उन्हें न भेजकर शायद बड़ी चूक हो गई है। इसे रणनीति कहें या खेल में वास्तविक परिस्थितियों पर आधारित फैसले हेड कोच बनने के बाद से गंभीर ने राहुल को नंबर 5 पर सिर्फ एक बार ही उतारा है, जो शायद हैरान करने वाला हो सकता है।
केएल राहुल ने वनडे क्रिकेट में नंबर-5 पर अपनी 31 पारियों में 56.47 के शानदार औसत से कुल 1299 रन बनाए हैं, जिसमें 97 चौके और 36 छक्के शामिल हैं। इस दौरान उनके बल्ले से 2 शतक और 9 अर्धशतक आए हैं। ओपनिंग या नंबर 6 पर खेलने की तुलना में इस क्रम पर बल्लेबाज़ी करते हुए उनका प्रदर्शन काफी बेहतर है।
कोच के रूप में अपनी पहली ही सीरीज में गौतम गंभीर ने राहुल को दो वनडे मैचों (श्रीलंका के ख़िलाफ) में छठे और सातवें नंबर पर बल्लेबाजी करने के लिए उतारा था। जहां वह क्रमशः 31 और 0 रन बना सके थे। 2025 में उन्होंने अब तक 8 वनडे मैच खेले हैं (मौजूदा मैच को छोड़कर) और सिर्फ एक बार पांचवें नंबर पर बल्लेबाजी करने को मिली है। उन्होंने छठे नंबर पर बल्लेबाज़ी करते हुए 2, 10, 41*, 23, 42* और 34* के स्कोर बनाए हैं। इस दौरान शतक दूर उनके बल्ले से एक भी अर्धशतक नहीं आ सका है।
अब सवाल उठता है कि क्या भारत पांचवें नंबर पर शानदार बल्लेबाजी करने वाले राहुल की क्षमता का गलत इस्तेमाल कर रहा है? ऑस्ट्रेलिया जैसी तगड़ी टीम के खिलाफ राइट-लेफ्ट काम्बिनेशन के चक्कर में ऊपर-नीचे उतारना कितना सही है?
Published on:
19 Oct 2025 11:21 am
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