Indian Stock Market Surge: भारतीय शेयर बाजार (Indian Stock Market) ने बीते हफ्ते शानदार प्रदर्शन किया, जिसमें टॉप 10 में से 8 कंपनियों के बाजार मूल्यांकन (Market Valuation Surge) में ₹1,94,148.73 करोड़ का उछाल आया। सेंसेक्स 1.59% (1,293.65 अंक) बढ़कर 82,500.82 पर और निफ्टी 1.57% (391.10 अंक) चढ़कर 25,285.35 पर बंद हुआ। टीसीएस, इन्फोसिस (TCS Infosys Gains), एचडीएफसी बैंक, भारती एयरटेल, बजाज फाइनेंस और भारतीय स्टेट बैंक (SBI) जैसे दिग्गजों ने बाजार को नई ऊंचाई दी (Sensex Nifty Rally), जबकि एलआईसी और हिंदुस्तान यूनिलीवर का मूल्यांकन घटा।
टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS) का बाजार मूल्य ₹45,678.35 करोड़ बढ़कर ₹10,95,701.62 करोड़ हो गया। इन्फोसिस ने ₹28,125.29 करोड़ की छलांग लगाई, जिससे इसका मूल्यांकन ₹6,29,080.22 करोड़ पर पहुंचा। आईटी सेक्टर की यह तेजी वैश्विक डिमांड और मजबूत तिमाही नतीजों की उम्मीदों से प्रेरित है। निवेशकों का भरोसा इन कंपनियों पर मजबूत हुआ, जो डिजिटल बदलाव और तकनीकी नवाचारों से लाभ उठा रही हैं।
एचडीएफसी बैंक का बाजार पूंजीकरण ₹25,135.62 करोड़ बढ़कर ₹15,07,025.19 करोड़ हो गया। भारती एयरटेल ने ₹25,089.27 करोड़ की बढ़त के साथ ₹11,05,980.35 करोड़ का मूल्यांकन हासिल किया। बजाज फाइनेंस का मार्केट कैप ₹21,187.56 करोड़ बढ़कर ₹6,36,995.74 करोड़ और एसबीआई का ₹12,645.94 करोड़ बढ़कर ₹8,12,986.64 करोड़ हो गया। आईसीआईसीआई बैंक ने भी ₹11,251.62 करोड़ जोड़े, जिससे इसका मूल्यांकन ₹9,86,367.47 करोड़ हुआ। बैंकिंग और टेलिकॉम शेयरों की यह रफ्तार निवेशकों के लिए सकारात्मक संकेत है।
हालांकि, हिंदुस्तान यूनिलीवर और भारतीय जीवन बीमा निगम (एलआईसी) को नुकसान हुआ। एलआईसी का मूल्यांकन ₹4,648.88 करोड़ घटकर ₹5,67,858.29 करोड़ और हिंदुस्तान यूनिलीवर का ₹3,571.37 करोड़ कम होकर ₹5,94,235.13 करोड़ रहा। एफएमसीजी और बीमा सेक्टर में मांग कमजोर होने और प्रतिस्पर्धा बढ़ने से यह गिरावट आई।
अगला हफ्ता बाजार के लिए अहम होगा। जुलाई-सितंबर 2025 (Q2) के नतीजे आने शुरू होंगे, जिनमें इन्फोसिस, एचसीएल टेक्नोलॉजीज, विप्रो, टेक महिंद्रा, एलटीआईमाइंडट्री, एक्सिस बैंक, आईसीआईसीआई बैंक और एचडीएफसी बैंक जैसे दिग्गज शामिल हैं। महंगाई के आंकड़े और ट्रंप टैरिफ की खबरें भी बाजार की दिशा तय करेंगी। वैश्विक आर्थिक मंदी की आशंका और ब्याज दरों पर रिजर्व बैंक का रुख भी निवेशकों के लिए महत्वपूर्ण रहेगा।
बहरहाल यह तेजी भारत की आर्थिक ताकत को दर्शाती है, लेकिन वैश्विक अनिश्चितता और ट्रंप टैरिफ जोखिम पैदा कर सकते हैं। निवेशकों को Q2 नतीजों और सेक्टर-विशिष्ट रुझानों पर नजर रखनी होगी। क्या यह उछाल कायम रहेगा, या एलआईसी जैसे शेयर और दबाव लाएंगे? यह बाजार की अगली चाल पर निर्भर है। ( IANS)
Published on:
12 Oct 2025 07:47 pm
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