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जब जितेंद्र को देना था पहली फिल्म के लिए स्क्रीन टेस्ट, राजेश खन्ना पूरा दिन बैठाकर कराते रहे थे ये काम

जितेंद्र राजेख खन्ना को याद करते हुए भावुक हो गए थे। राजेश खन्ना को याद करते हुए जितेंद्र ने कहा था कि ‘बहुत ही उम्दा तरीके से राजेश खन्ना ने फिल्म इंडस्ट्री को अपना योगदान दिया, तभी तो लोग आज भी उन्हें याद करते हैं।

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Rajesh Khanna used to memorize dialogues to Jeetendra 4 screen test

Rajesh Khanna and Jeetendra

नई दिल्ली: कहते हैं बॉलीवुड के पहले सुपरस्टाप राजेश खन्ना कभी भी समय पर शूटिंग पर नहीं पहुंचते थे। सुबह की शुटिंग शाम को शुरू होती थी। लेकिन इसके बावजूद लोग उनके दीवाने थे, क्योंकि उनका काम इतना शानदार था कि सब बातों पर भारी पड़ जाता था। आज भी लोग उनके काम और जिंदादिली के किस्से सुनाते हैं। ऐसा ही एक किस्सा एक्टर जितेंद्र ने सुनाया था। आइये जानते हैं इसके बारे में।

राजेश खन्ना को याद करते हुए भावुक
दरअसल एक बार जितेंद्र आशा भोसले के साथ बतौर मेहमान सिंगिंग रियलिटी शो इंडियन आइडल के सीजन 6 में पहुंचे थे। शो में जितेंद्र राजेख खन्ना को याद करते हुए भावुक हो गए थे। राजेश खन्ना को याद करते हुए जितेंद्र ने कहा था कि ‘बहुत ही उम्दा तरीके से राजेश खन्ना ने फिल्म इंडस्ट्री को अपना योगदान दिया, तभी तो लोग आज भी उन्हें याद करते हैं।

जितेंद्र ने बताया था कि हम दोनों स्कूल में साथ पढ़ते थे। वो ड्रामेटिक के काफी शौकीन थे। कॉलेज में, स्कूल में हर ड्रामा में वो हिस्सा लेते थे। मैंने कभी नहीं लिया। जब मैं फिल्मों में आया और फिल्म ‘गीत गाया पत्थरों ने’ के स्क्रीन टेस्ट के लिए मुझे बुलाया गया। उन्होंने जय हिंद कॉलेज की कैंटीन में बैठकर मुझे रियाज करवाया कि मुझे स्क्रीन टेस्ट में क्या बोलना है। सुबह से लेकर शाम तक, मुझे वो रटा रहा था कि क्या बोलना है, क्या नहीं बोलना है।

जितेंद्र और राजेश खन्ना ने साथ पढ़ाई की
वहीं, आशा भोसले भी राजेश खन्ना को याद कर बेहद भावुक हो गईं थीं और उन्होंने बताया था कि ‘जब गाना बनता था उस वक्त राजेश जी आकर बैठते थे, पंचम गाना बनाते थे, वो सब याद आ रहे हैं मुझे। मैं इतना ही कहूंगी कि बस, अब हम भी लाइन में हैं।

आपको बता दें कि जितेंद्र और राजेश खन्ना ने साथ ही पढ़ाई तो की थी, लेकिन जहां राजेश खन्ना जल्द ही फिल्मों में आ गए, जितेंद्र ने काफी समय बाद फिल्मों में काम करना शुरू किया। फिल्म ‘गीत गाया पत्थरों ने’ से जितेंद्र ने हिंदी फ़िल्म इंडस्ट्री में कदम रखा था। इस फिल्म में ब्रेक के लिए राजेश खन्ना ने जितेंद्र की खूब मदद की थी और उन्हीं के कारण जितेंद्र फिल्म के लिए फाइनलाइज कर लिए गए थे। यह भी पढ़ें:इस मामले में आज भी ऋतिक रोशन से पीछे हैं शाहरुख-सलमान और आमिर, आज तक नहीं तोड़ पाए हैं रिकॉर्ड

जितेंद्र का फिल्मी करियर भी काफी सफल और शानदार रहा था। उन्होंने बॉलीवुड को हिम्मतवाला, तोहफा, जुदाई, फर्ज, औलाद, अर्पण, मवाली जैसी बेहतरीन फिल्में दी हैं। उनकी बेटी एकता कपूर जहां टीवी शोज की क्वीन हैं। वहीं, जितेंद्र के बेटे तुषार कपूर ने भी फ़िल्मों में अपनी किस्मत आजमाई लेकिन उनका करियर कुछ खास नहीं रहा।

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