Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

CG Transfer News: बड़ा फेरबदल: इस जिले के 3 निरीक्षकों का हुआ तबादला, एक लाइन अटैच… जानें क्या है मामला?

Transfer News: पुलिस विभाग के भीतर एक बार फिर बड़ा प्रशासनिक फेरबदल किया गया है। एसएसपी रजनेश सिंह ने गुरुवार को आदेश जारी कर तीन निरीक्षकों के तबादले किए हैं।

less than 1 minute read
Google source verification
CG Transfer: छत्तीसगढ़ में बड़ा प्रशासनिक फ़ेरबदल , 7 आईपीएस अफसरों का तबादला, देखें लिस्ट

CG Transfer News: बिलासपुर जिले में पुलिस विभाग के भीतर एक बार फिर बड़ा प्रशासनिक फेरबदल किया गया है। एसएसपी रजनेश सिंह ने गुरुवार को आदेश जारी कर तीन निरीक्षकों के तबादले किए हैं। सबसे अहम बदलाव सरकंडा थाना में हुआ है, जहां निरीक्षक निलेश पांडे को लाइन अटैच कर दिया गया है। उनकी जगह सकरी थाना प्रभारी प्रदीप आर्य को सरकंडा थाना प्रभारी की जिम्मेदारी सौंपी गई है। वहीं विजय चौधरी को सकरी थाना प्रभारी बनाया गया है।

जानकारी के अनुसार, सरकंडा थाना क्षेत्र में दो भाइयों के बीच चल रहे जमीन विवाद के मामले में निरीक्षक निलेश पांडे पर एक पक्ष का पक्ष लेने और बिना न्यायालय आदेश के बल उपलब्ध कराने का आरोप लगा था। इस घटना की शिकायत पीड़ित पक्ष ने न केवल एसएसपी से की, बल्कि अधिवक्ता ने भी पूरी वस्तुस्थिति से उन्हें अवगत कराया। जिस पर एसएसपी रजनेश सिंह ने तत्काल कार्रवाई करते हुए निरीक्षक पांडे को लाइन अटैच कर दिया है।

संवेदनशील सरकंडा में सौंपी नई जिम्मेदारी

सरकंडा थाना बिलासपुर का सबसे संवेदनशील थाना माना जाता है। यहां असामाजिक गतिविधियों, युवाओं की झुंडबाजी और अपराधियों की आवाजाही लगातार पुलिस के लिए चुनौती रही है। इसीलिए इस क्षेत्र में अनुभवी अधिकारी को कमान सौंपना जरूरी समझा गया। निरीक्षक प्रदीप आर्य इससे पहले सिविल लाइन थाना में भी अपनी सेवाएं दे चुके हैं, जहां उन्होंने कई संगठित अपराधों और सडक़ सुरक्षा अभियानों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।

थानास्तर पर सत मॉनिटरिंग

एसएसपी रजनेश सिंह ने हाल के दिनों में लगातार थाना स्तर पर फेरबदल कर कानून-व्यवस्था को अधिक जवाबदेह और परिणाममुखी बनाने की दिशा में कदम बढ़ाया है। यह इस महीने का दूसरा बड़ा थाना-स्तरीय फेरबदल है। इससे पहले 22 अक्टूबर को सिंह ने 13 निरीक्षक/उपनिरीक्षक, 2 एएसआई, 17 प्रधान आरक्षक और 31 आरक्षकों का स्थानांतरण किया था।