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25 साल में बिलासपुर हाईकोर्ट का सफर, ढाई साल में 15 चीफ जस्टिस और 47 जजों की नियुक्ति…

CG High Court: बिलासपुर हाईकोर्ट की स्थापना के 25 साल में 15 चीफ जस्टिस और 47 जजों की पोस्टिंग हो चुकी है। शुरुआत से लेकर अब तक स्वीकृत पदों के अनुरूप यहां जजों की कमी बनी हुई है।

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25 साल में बिलासपुर हाईकोर्ट का सफर(photo-patrika)

CG High Court: छत्तीसगढ़ के बिलासपुर हाईकोर्ट की स्थापना के 25 साल में 15 चीफ जस्टिस और 47 जजों की पोस्टिंग हो चुकी है। शुरुआत से लेकर अब तक स्वीकृत पदों के अनुरूप यहां जजों की कमी बनी हुई है। लेकिन न्यायिक प्रक्रिया को मजबूत करने और जनता को न्याय दिलाने लगातार काम हो रहा है। इस प्रक्रिया में और तेजी वर्ष 2023 में चीफ जस्टिस रमेश सिन्हा के पदस्थ होने के बाद इसलिए आई, क्योंकि उन्होंने सर्वाधिक स्वत: संज्ञान लिए।

छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट के शुरुआती कई वर्षों तक जजों की संख्या 3 ही बनी रही। जबकि जजों के स्वीकृत पद 6 थे। मामलों की बढ़ती संख्या को देखते हुए मार्च 2005 में यहां पदस्थ हुए चीफ जस्टिस एके पटनायक के प्रयास से हाईकोर्ट में 2 और जजों के पद स्वीकृत किए गए, जिससे स्वीकृत पद 8 हो गए। हालांकि उनके 7 माह के संक्षिप्त कार्यकाल के दौरान 8 जजों के पद नहीं भर पाए।

CG High Court: सीजे सिन्हा ने अब तक 42 प्रकरणों पर लिया स्वत: संज्ञान

29 मार्च, 2023 को मुख्य न्यायाधीश के रूप में जस्टिस रमेश सिन्हा ने शपथ ली। उन्होंने पदस्थ होते ही न्यायिक और आधारभूत संरचनाओं को विकसित करने की दिशा में लगातार काम शुरू किया। हाईकोर्ट सहित प्रदेश के जिला न्यायालयों में लंबित मामलों के त्वरित निराकरण, नए मामलों की समय सीमा में सुनवाई, वकीलों-पक्षकारों के लिए न्यायालय भवनों में सुधार व सुविधाओं, निर्माण और अन्य कार्यों में गुणवत्ता के लिए लगातार मॉनिटरिंग की जा रही है।

ढाई साल के कार्यकाल में सीजे सिन्हा अब तक लगभग 42 प्रकरणों पर स्वत: संज्ञान ले चुके हैं। इनमें जनता से जुड़ी सुविधाओं सहित, इंफ्रास्ट्रक्चर, कानून व्यवस्था, प्रशासनिक लापरवाही, पर्यावरण सहित हर तरह के मामले शामिल हैं। इससे शासन- प्रशासन पर काम करने का दबाव बना और जनता को राहत मिली है।

हाईकोर्ट की स्थापना से अब तक चीफ जस्टिस

1. जस्टिस डब्ल्यू ए शिशाक कार्यकाल: 05.12.2000-15.01.2002

2. जस्टिस केएचएन कुरंगा कार्यकाल:06.02.2002-10.05.2004

3. जस्टिस अय्यमपालयम सोमसुंदरम वेंकटचला मूर्ति, कार्यकाल:28.05.2004- 07.01.2005

4. जस्टिस अनंग कुमार पटनायक कार्यकाल:14.03.2005- 01.10.2005

5. जस्टिस एस.आर. नायक, कार्यकाल: 17.11.2005-31.12.2006

6. जस्टिस एच.एल.दत्तू, कार्यकाल:12.02.2007-17.05.2007

7. जस्टिस राजीव गुप्ता कार्यकाल: 02.02.2008-09.10.2012

8. जस्टिस यतीन्द्र सिंह कार्यकाल: 22.10.2012-08.10.2014

9. जस्टिस नवीन सिन्हा कार्यकाल: 09.04.2015-11.05.2016

10. जस्टिस दीपक गुप्ता कार्यकाल: 16.05.2016-16.02.2017

11. जस्टिस थोट्टाथिल बी. राधाकृष्णन कार्यकाल: 18.03.2017-06.07.2018

12. जस्टिस अजय कुमार त्रिपाठी कार्यकाल: 07.07.2018-26.03.2019

13. जस्टिस पीआर. रामचंद्र मेनन कार्यकाल:06.05.2019-31.05.2021

14. जस्टिस अरूप कुमार गोस्वामी कार्यकाल: 12.10.2021-10.03.2023

15. जस्टिस रमेश सिन्हा कार्यकाल: 29 मार्च 2023 से अब तक

स्वीकृत पद बढ़े, लेकिन भर नहीं पाए

चीफ जस्टिस पटनायक के स्थानांतरण के बाद नवम्बर 2005 में चीफ जस्टिस एसआर नायक ने कार्यभार संभाला। उनके प्रयास से हाईकोर्ट में जजों की संख्या 10 हो गई, लेकिन उनके कार्यकाल में भी स्वीकृत जजों के पदों के अनुरूप कमी पूरी नहीं हो पाई। बाद में लगातार जजों की स्वीकृत पदों की संख्या बढ़ती गई और अब जजों के 22 स्वीकृत पद हैं। लेकिन चीफ जस्टिस सहित 16 जजों की ही नियुक्ति से कमी अभी भी बनी हुई है।