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युवा नवाचार करें, ताकि देश को किसी पर निर्भर नहीं रहना पड़े

श्रद्धेय कर्पूरचन्द्र कुलिश के जन्म शताब्दी वर्ष पर इंजीनियरिंग कॉलेज में व्यायानमाला आयोजित।

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कार्यक्रम में विचार व्यक्त करते बीकानेर तकनीकी विश्वविद्यालय के कुलगुरु प्रो. अखिल रंजन गर्ग।

कार्यक्रम में विचार व्यक्त करते बीकानेर तकनीकी विश्वविद्यालय के कुलगुरु प्रो. अखिल रंजन गर्ग।

नवाचार ही आत्मनिर्भरता का मार्ग है। हमें ऐसी सोच विकसित करनी होगी कि किसी पर निर्भर न रहना पड़े। यह विचार बीकानेर तकनीकी विश्वविद्यालय के कुलगुरु प्रो. अखिल रंजन गर्ग ने गुरुवार को इंजीनियरिंग कॉलेज बीकानेर (ईसीबी) में आयोजित श्रद्धेय कर्पूरचंद कुलिश जन्म शताब्दी वर्ष व्यायानमाला में व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि नई सोच और प्रयोगशील दृष्टिकोण ही किसी भी राष्ट्र या व्यक्ति को प्रगति की दिशा में आगे बढ़ाता है।

चरित्रवान व्यक्ति ही आत्मविश्वासी होता है

प्रो. गर्ग ने कहा कि शिक्षा का उद्देश्य केवल ज्ञान देना नहीं, बल्कि चरित्र निर्माण भी है। जब व्यक्ति चरित्रवान होता है, तो उसमें आत्मविश्वास और सच्चाई से बोलने का साहस स्वत: आ जाता है। उन्होंने कहा कि आने वाले समय में जल संकट बड़ी चुनौती बनेगा, इसलिए हर व्यक्ति को जल संरक्षण की जिमेदारी लेनी होगी। उन्होंने विद्यार्थियों से आग्रह किया कि वे श्रद्धेय कुलिशजी के जीवन से प्रेरणा लें और उनकी जीवनी अवश्य पढ़ें।

पत्रकारिता को जीया, संघर्ष को साधा

विशिष्ट अतिथि जनसंपर्क विभाग के उपनिदेशक डॉ. हरीशंकर आचार्य ने कहा कि श्रद्धेय कुलिशजी ऐसे व्यक्ति थेस जिन्होंने पत्रकारिता को केवल किया नहीं, जीया भी। भारतीय पत्रकारिता के इतिहास की चर्चा उनके बिना अधूरी है। वेटरनरी विश्वविद्यालय के प्रसार शिक्षा निदेशक डॉ. राजेश कुमार धूड़िया ने कहा कि कुलिशजी का प्रारंभिक जीवन बेहद संघर्षपूर्ण रहा, लेकिन उन्होंने कम उम्र में ही साहित्य और पत्रकारिता से जुड़कर समाज को नई दिशा दी।

युवा तय करें लक्ष्य, कुलिशजी से लें प्रेरणा

मोटिवेशनल स्पीकर डॉ. चक्रवर्ती नारायण श्रीमाली ने कहा कि आज के युवा 30 वर्ष की आयु में भी लक्ष्य तय नहीं कर पाते, जबकि इसी उम्र में श्रद्धेय कुलिशजी ने राजस्थान पत्रिका की स्थापना कर दी। उन्होंने कहा कि स्वामी दयानंद ने कहा था वेदों की ओर लौटो और श्रद्धेय कुलिशजी ने कहा वेदों को पढ़ो।

पत्रिका-ईसीबी मिलकर कर रहे नवाचार

कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए कॉलेज प्राचार्य डॉ. ओ.पी. जाखड़ ने कहा कि पिछले कई वर्षों से ईसीबी और राजस्थान पत्रिका मिलकर सामाजिक, शैक्षणिक और शोध के क्षेत्र में निरंतर नवाचार कर रहे हैं। यह क्रम आगे भी जारी रहेगा।

ये रहे शामिल

कार्यक्रम में राजस्थान पत्रिका बीकानेर के संपादकीय प्रभारी बृजेश सिंह ने धन्यवाद ज्ञापित किया। इस अवसर पर स्पोर्ट्स विभागाध्यक्ष डॉ. नवीन शर्मा, डॉ. प्रीति नरुका, डॉ. राकेश पूनिया, डॉ. गरिमा प्रजापत, डॉ. धर्मेंद्र सिंह, डॉ. यूनुस शेख, डॉ. जीतेन्द्र जैन, डॉ. राखी पारीक, डॉ. महेंद्र व्यास, डॉ. देवेंद्र गेहलोत, उदय व्यास, डॉ. रणजीत सिंह, डॉ. नवीन पालीवाल, डॉ. शौकत अली, डॉ. ऋतुराज सोनी, डॉ. राहुलराज चौधरी, डॉ. विकास शर्मा, डॉ. विनीत राणा, डॉ. ममता पारीक, जयभास्कर, डॉ. इंदु भूरिया, डॉ. चंचल कच्छावा, डॉ. गणेश प्रजापत, मुमताज अली मीर, राजशाही साफा हॉउस के तनवीर सहित बड़ी संया में विद्यार्थी मौजूद रहे।


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