
फसल बीमा क्लेम पर कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने जांच के आदेश दिए- File pic
Shivraj Singh Chouhan - मध्यप्रदेश में फसल बीमा क्लेम के नाम पर किसानों के साथ खासा धोखा किया गया है। प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना में क्षतिपूर्ति के रूप में किसानों को 1-2 रुपए तक दिए गए हैं। केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इस बात पर नाराजगी जताई है। उन्होंने सोमवार को प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना से जुड़े अधिकारियों की बैठक बुलाई जिसमें बीमा कंपनियों के प्रतिनिधियों को भी तलब किया। बैठक में शिवराज सिंह चौहान ने साफ कहा कि दो-पांच रुपए क्लेम मिलना किसानों के साथ मजाक है। उन्होंने मामले की जांच का भी ऐलान किया।
एमपी में अति बारिश, रोग आदि के कारण फसलें बर्बाद हुईं। प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना में क्षतिपूर्ति के लिए किसानों ने क्लेम किया तो राहत के रूप में नाममात्र की राशि मिली। कई किसानों को तो बीमा क्लेम के महज 1-2 रुपए तक दिए गए हैं।
केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान जब सीहोर पहुंचे तो किसानों ने अपना दर्द बयां किया। उनके पास प्रदेशभर के किसानों की शिकायतें भी पहुंची। इस पर कृषि मंत्री ने नाराजगी जताई और आवश्यक कदम उठाने का भरोसा दिलाया।
सोमवार को दिल्ली पहुंचते ही कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना से संबंधित अधिकारियों की बैठक बुलाई। उन्होंने बीमा कंपनियों के प्रतिनिधियों को खासा डपटा। बैठक में महाराष्ट्र के कुछ किसानों को भी वर्चुअल जोड़ा और उनके शिकवे शिकायतों पर अधिकारियों से जवाब मांगा।
शिवराज सिंह चौहान ने सीहोर कलेक्टर को भी वर्चुअल जोड़कर अधिकारियों व बीमा कंपनी के प्रतिनिधियों से सवाल किए। उन्होंने साफ कहा कि फसल बीमा योजना में 1 रुपए, 3 रुपए का क्लेम देने का ये मजाक मैं नहीं चलने दूंगा।
केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अधिकारियों और बीमा कंपनियों के प्रतिनिधियों से फसल क्षति का आंकलन सटीकता से करने को कहा। इसके लिए योजना के प्रावधानों में बदलाव करने के भी निर्देश दिए।
कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मामले की जांच की भी घोषणा की। उन्होंने प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के सीईओ को जांच के आदेश दिए।
Published on:
03 Nov 2025 07:21 pm
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