CG News: नौकरी लगाने का झांसा देकर लाखों रुपए की ठगी करने वाले मास्टरमाइंड को पुलिस ने कांकेर से गिरफ्तार किया है। पुलिस के मुताबिक आरोपी ने धोखाधड़ी की रकम से 15 लाख रुपए के प्लाट का सौदा किया था। आरोपी के खिलाफ धोखाधड़ी का प्रकरण दर्ज कर जेल भेजा गया। इस मामले में पहले ही आरोपी पिता-पुत्र को जेल भेजा जा चुका है।
ग्राम अंजोरा चौकी पुलिस ने बताया कि बालोद ग्राम चिरचारी निवासी संतराम देशमुख (54) ने शिकायत की थी कि भेषराम देशमुख ने मंत्रालय में सरकारी नौकरी लगाने झांसा दिया है। उसने वेटरनरी कॉलेज के सरकारी आवास में बुलाया। वहां भेषराम का बेटा रविकांत देशमुख अपने साथी राजनांदगांव निवासी अरुण मेश्राम के साथ मौजूद था। तीनों ने मिलकर संतराम को मंत्रालय में सरकारी नौकरी लगाने का झांसा दिया और पांच लाख रुपए ले लिए। नौकरी नहीं लगने पर जब संतराम ने पैसे वापस मांगे तो वे आनाकानी करने लगे।
मामले में धोखाधड़ी का प्रकरण दर्ज कर विवेचना शुरू की। आरोपी अंजोरा निवासी भेषराम देशमुख और बेटा रविकांत देशमुख को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया। मुख्य आरोपी अरुण मेश्राम फरार था। उसे खोजबीन कर कांकेर से किराए के मकान में दबिश देकर गिरफ्तार किया है।
आरोपियों ने मंत्रालय का साहब होना बताकर करीब 25 लोगों को सरकारी नौकरी लगवाने का झांसा देकर 40 से 45 लाख रुपए की धोखाधड़ी करना स्वीकार किया है। ठगी की रकम को तीनों आरोपियों ने आपस में बांट लिया था। अरुण ने इसी रकम से कांकेर में 15 लाख रुपए में एक प्लॉट का सौदा करना स्वीकार किया है। अरुण मेश्राम से प्लाट खरीदी एग्रीमेंट और नकदी हजार रुपए जब्त किए गए।
Updated on:
15 Oct 2025 02:26 pm
Published on:
15 Oct 2025 02:24 pm
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