बस्सी मण्डी में बाजरे की आवक कम, जिंस खरीदते व्यापारी।
Mandi News: बस्सी। इस बार खरीफ के सीजन में बाजरे की बम्पर पैदावार होने के बावजूद बस्सी कृषि उपज मण्डी में आवक पिछले वर्षों के मुकाबले काफी कम है। व्यापारियों का कहना है कि मण्डी से बाहर अनाधिकृत खरीद केंद्र खुलने के कारण किसान अपनी फसल वहीं बेच रहे हैं, जिससे मण्डी का कारोबार प्रभावित हो रहा है और टैक्स की चपत भी लग रही है।
मण्डी व्यापारियों ने बताया कि मण्डी के समीप कई वर्षों से एक अनाधिकृत खरीद केंद्र संचालित था। अब उसी व्यापारी ने जमवारामगढ़ इलाके के छापर गांव में भी नया केंद्र खोल दिया है। इस वजह से किसान अपनी उपज बस्सी मण्डी लाने की बजाय वहीं बेच रहे हैं।
अनाधिकृत खरीद केंद्रों के कारण बाजरे की मण्डी में आवक घट रही है, व्यापारियों का कारोबार प्रभावित हो रहा है और पल्लेदारों की रोजी-रोटी खतरे में है। व्यापारियों ने चेतावनी दी है कि यदि प्रशासन कार्रवाई नहीं करता है तो स्थिति और गंभीर हो सकती है।
किसी भी कृषि उपज मण्डी का संचालन तभी सुचारू रूप से होता है जब सीजन में जिंसों की पर्याप्त आवक हो। पिछले साल तक बाजरे की अच्छी आवक होने से व्यापारी और पल्लेदार दोनों संतुष्ट थे, लेकिन इस बार मण्डी में आवक कम होने से व्यापारियों का लाभ घटा और पल्लेदारों के रोजगार पर संकट पैदा हो गया। परिवारों की रोजी-रोटी भी खतरे में है।
आम तौर पर इस सीजन में मण्डी में 8-10 हजार बोरी बाजरे की आवक होती थी, लेकिन इस बार सिर्फ 3-3.5 हजार बोरी ही आ रही है। मण्डी में जितना माल आएगा, उतना ही लाभ होगा, लेकिन आवक कम होने से मण्डी कार्यालय, व्यापारी और पल्लेदार तीनों को नुकसान हो रहा है।
कृषि उपज मण्डी में सोमवार को बाजरे के भाव अच्छे मिलने से किसान खुश नजर आ रहे हैं। मण्डी व्यापारी विनय डंगायच ने बताया कि सोमवार को मण्डी में हल्की क्वालिटी का बाजरा 2200 रुपए प्रति क्विंटल तो अच्छी क्वालिटी का बाजरा 2601 रुपए क्विंटल बिका। इस सीजन में सोमवार को सबसे अधिक भाव मिला।
इनका कहना है…
Updated on:
30 Sept 2025 12:02 pm
Published on:
30 Sept 2025 11:59 am
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