
फोटो- पत्रिका नेटवर्क
Rajasthan News: राजस्थान के बाड़मेर जिले में बीती रात कालबेलिया जोगी समाज के एक युवक की मौत के बाद उसके अंतिम संस्कार को लेकर जमकर हंगामा हुआ। मामला वन विभाग की भूमि पर शव के अंतिम संस्कार से जुड़ा हुआ था। क्योंकि प्रशासनिक अड़चनों के कारण समाज के लोगों को अंतिम संस्कार की अनुमति नहीं मिली।
इससे आक्रोशित परिजनों और समाज के लोगों ने शव को कलेक्टर कार्यालय तक ले जाने की कोशिश की, जिसके बाद शहर में हड़कंप मच गया। बता दें, रातभर चले इस हंगामे को शांत करने में शिव विधायक रविंद्र सिंह भाटी की भूमिका अहम रही।
दरअसल, बीते रविवार को जोगी समाज के एक व्यक्ति की मृत्यु हो गई। परिजन और समाज के लोग परंपरागत रूप से वन विभाग की भूमि पर बने श्मशान घाट पर अंतिम संस्कार करना चाहते थे, जहां वे वर्षों से शवों का दाह संस्कार करते आ रहे हैं। लेकिन इस बार वन विभाग के अधिकारियों ने प्रशासनिक कारणों का हवाला देते हुए वहां अंतिम संस्कार करने से मना कर दिया।
इससे नाराज परिजनों ने पहले श्मशान घाट पर ही शव रखकर प्रदर्शन शुरू किया। इसके बाद, स्थिति तब और बिगड़ गई जब आक्रोशित लोग शव को लेकर कलेक्टर कार्यालय की ओर बढ़ने लगे।
शव यात्रा की सूचना मिलते ही स्थानीय पुलिस और प्रशासन हरकत में आ गया। अतिरिक्त जिला मजिस्ट्रेट (एडीएम) राजेंद्र सिंह चांदावत, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (एएसपी) जस्साराम बॉस और उप पुलिस अधीक्षक (डीएसपी) रमेश कुमार शर्मा मौके पर पहुंचे। साथ ही, शिव विधायक रविंद्र सिंह भाटी भी तुरंत घटनास्थल पर पहुंचे और स्थिति को नियंत्रित किया। भाटी ने कालबेलिया समाज के लोगों और प्रशासनिक अधिकारियों के बीच मध्यस्थता की और दोनों पक्षों से बातचीत कर माहौल को शांत किया।
प्रदर्शनकारी अपनी मांग पर अड़े रहे कि उन्हें श्मशान के लिए स्थायी भूमि आवंटित की जाए। कालबेलिया समाज के अध्यक्ष नारायण कालबेलिया ने बताया कि बाड़मेर में उनके समाज के लिए अंतिम संस्कार के लिए कोई निश्चित स्थान नहीं है, जिसके कारण वे लंबे समय से परेशान हैं। उन्होंने कहा कि समाज ने कई बार प्रशासन से श्मशान भूमि की मांग की, लेकिन अब तक कोई समाधान नहीं हुआ। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि जल्द ही भूमि आवंटन नहीं हुआ तो समाज को आंदोलन के लिए मजबूर होना पड़ेगा।
विधायक भाटी ने मौके पर पहुंचकर समाज के लोगों को समझाया और प्रशासन से उनकी मांगों को जल्द पूरा करने का आश्वासन दिलाया। उन्होंने कहा कि कालबेलिया समाज की श्मशान भूमि की मांग जायज है। प्रशासन को नियमों के तहत जल्द से जल्द भूमि आवंटित करनी चाहिए। भाटी के आश्वासन और प्रशासन के लिखित वादे के बाद प्रदर्शनकारी शांत हुए और शव को अंतिम संस्कार के लिए ले जाया गया। समाज की परंपराओं के अनुसार युवक का अंतिम संस्कार किया गया।
Updated on:
27 Oct 2025 01:16 pm
Published on:
27 Oct 2025 01:14 pm
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