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एसटीएफ ने दबोचे 6 अफीम तस्कर, यूपी, दिल्ली-एनसीआर समेत कई राज्यों में करते थे सप्लाई, 20 लाख की खेप बरामद

यूपी एसटीएफ ने शनिवार रात बरेली में अफीम तस्करी के एक बड़े गिरोह का पर्दाफाश किया है। टीम ने छह तस्करों को 4.131 किलो अवैध अफीम, दो कारें, छह मोबाइल फोन और नकदी के साथ दबोचा है। बरामद अफीम की अंतरराष्ट्रीय कीमत करीब 20 लाख रुपये बताई जा रही है।

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बरेली। यूपी एसटीएफ ने शनिवार रात बरेली में अफीम तस्करी के एक बड़े गिरोह का पर्दाफाश किया है। टीम ने छह तस्करों को 4.131 किलो अवैध अफीम, दो कारें, छह मोबाइल फोन और नकदी के साथ दबोचा है। बरामद अफीम की अंतरराष्ट्रीय कीमत करीब 20 लाख रुपये बताई जा रही है।

एसटीएफ को लंबे समय से यूपी में सक्रिय अफीम तस्करों के गिरोह की सूचना मिल रही थी। इसी कड़ी में एएसपी अब्दुल कादिर की निगरानी में एसटीएफ फील्ड यूनिट बरेली की टीम ने शनिवार रात कार्रवाई की। टीम ने कैण्ट से बरेली जंक्शन जाने वाले रोड पर विजय द्वार से करीब 50 मीटर आगे घेराबंदी कर गिरोह के छह सदस्यों को गिरफ्तार कर लिया।

कैसे चल रही थी अफीम की सप्लाई लाइन

पूछताछ में झारखंड के रहने वाले चन्दन यादव और मंटू कुमार ने बताया कि वे रांची निवासी सुदेश यादव से अफीम लेकर बरेली में तय जगहों पर पहुंचाते हैं। अफीम की रकम खरीदार सीधे सुदेश के खाते में ऑनलाइन भेजते हैं। वहीं, तेजराम और शेर सिंह ने बताया कि वे सुदेश से अफीम खरीदकर दिल्ली-एनसीआर, हरियाणा, पंजाब और बरेली में सप्लाई करते हैं। कैण्ट इलाका उन्हें इसलिए सुरक्षित लगता था क्योंकि यहां रात में सन्नाटा रहता है और पुलिस की निगरानी भी कम होती है।

स्थानीय और झारखंड नेटवर्क का कनेक्शन

गिरफ्तार तस्करों में तेजराम (30), अंकित सिंह (27) और शेर सिंह (33) बरेली के आंवला क्षेत्र के रहने वाले हैं, जबकि चन्दन यादव (21) चतरा, मंटू कुमार (19) हजारीबाग (झारखंड) और राजकुमार उर्फ देवांश वर्मा (22) बरेली के सुभाषनगर इलाके का निवासी है।

एसटीएफ टीम को मिली सफलता

कार्रवाई में एसटीएफ की टीम में उपनिरीक्षक अमित कुमार के नेतृत्व में गिरिजेश पोसवाल, रामजी लाल, शिवओम पाठक, संजय यादव, कुलदीप, अरुण कुमार, कुशांक और सुनित शामिल रहे। गिरफ्तार आरोपियों के खिलाफ थाना कैण्ट में एनडीपीएस एक्ट की धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। पुलिस अब झारखंड से लेकर बरेली तक फैले इस अफीम नेटवर्क की कड़ियां खंगाल रही है।