बरेली। पुराने शहर के कटरा चांद खां इलाके में कार्डधारकों के बीच राशन वितरण में बड़ी गड़बड़ी सामने आई है। शिकायत मिलने के बाद पूर्ति विभाग ने जांच शुरू की और पाया कि उचित दर की दुकान संचालित करने वाली विक्रेता मेहनाज ने कार्डधारकों को राशन की पूरी मात्रा नहीं दी और बड़ी मात्रा में गेहूं व चावल की कालाबाजारी की है।
जिला पूर्ति अधिकारी को यह शिकायत प्राप्त हुई थी कि दुकानदार राशन का वितरण सही तरीके से नहीं कर रही हैं। मामले की गंभीरता को देखते हुए जिला अधिकारी ने तुरंत जांच टीम गठित की। जांच टीम में क्षेत्रीय खाद्य अधिकारी राजेश कुमार और पूर्ति निरीक्षक प्रदीप सिंह यादव शामिल थे। टीम ने शनिवार दोपहर लगभग 12:10 बजे दुकानदार की दुकान पर छापा मारा।
जांच के दौरान दुकानदार के पति मुनीश अहमद और भाई तस्लीम अहमद मौके पर मौजूद थे। टीम ने स्टॉक रजिस्टर और अभिलेख मांगे, लेकिन स्टॉक रजिस्टर मौके पर उपलब्ध नहीं था। इसके बावजूद टीम ने दुकान में रखे गेहूं और चावल की गिनती की। पहली दुकान में 195 बोरी चावल और दूसरी में 168 बोरी गेहूं मिली। इसके अलावा तीसरी जगह 8 बोरी चावल रखे पाए गए।
जांच टीम ने रिकॉर्ड और स्टॉक का मिलान किया तो बड़ा अंतर सामने आया। अक्टूबर माह के राशन वितरण के अनुसार कुल 95.69 क्विंटल गेहूं और 142.80 क्विंटल चावल कार्डधारकों को वितरित किया जाना था। लेकिन मौके पर जांच में पाया गया कि 23 बोरी गेहूं और 90 बोरी चावल की कमी है। इसका मतलब है कि कार्डधारकों को पूरा राशन नहीं मिला और बचा हुआ अनाज कालाबाजारी के लिए रखा गया।
जांच में यह भी सामने आया कि नवम्बर माह का राशन भी स्टोर कर रखा गया था, जिसमें 56 किलो अंत्योदय गेहूं, 84 किलो अंत्योदय चावल और गृहस्थी राशन शामिल है। टीम ने मौके पर इन राशन की गिनती की और यह सुनिश्चित किया कि वितरण और स्टॉक का हिसाब-किताब सही ढंग से रखा गया है या नहीं। जांच के बाद, पूर्ति निरीक्षक शंभू नाथ ने बारादरी थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई है।
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Updated on:
19 Oct 2025 09:27 pm
Published on:
19 Oct 2025 09:26 pm
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