
बांसवाड़ा. एमजी अस्पताल में रिपोर्ट दर्ज कराते परिजन। फोटो पत्रिका
Banswara Crime : बांसवाड़ा के कलिंजरा थाना क्षेत्र के शंभूपुरा में सोमवार शाम एक युवक की उसके ही चार भाइयों ने मिलकर कुल्हाड़ी से हत्या कर दी। मृतक की दोनों पत्नियों ने धार्मिक मान्यता व पूजा पद्धति पर असहमति के चलते हत्या का आरोप लगाया। पुलिस ने इसे बेबुनियाद बताते हुए कहा कि पारिवारिक कलह इसकी असल वजह है।
कलिंजरा थानाधिकारी विक्रम सिंह ने बताया कि शंभूपुरा निवासी लक्ष्मण सिंह सोलंकी भील के छह बेटे हैं। इनमें एक पक्ष में कालू सिंह और कमलेश हैं, जबकि दूसरे पक्ष में राकेश, हितेश, रविन्द्र और विनोद शामिल हैं। सभी भाई दीपावली पर गुजरात से घर आए थे, तब उनमें हुए पारिवारिक कलह के चलते बीते सोमवार शाम राकेश, हितेश, रविन्द्र और विनोद ने कालू को जमकर पीटा व कुल्हाड़ी मारी। बाद में अस्पताल ले जाने पर उसे मृत घोषित कर दिया। हत्या का मामला दर्ज कर जांच की जा रही है।
महात्मा गांधी जिला अस्पताल की मोर्चरी के बाहर मंगलवार को मौजूद कालूू की बड़ी पत्नी जीवी ने आरोप लगाया- ‘पति को उसके चार सगे भाइयों ने इसलिए मारा, क्योंकि दीपावली के दिन उसने चर्च जाने से इनकार कर दिया था। कालू की मंगली नाम की एक और पत्नी है। यीशू के वहां नहीं जाने पर उसे अंजाम भुगतने की धमकी दी थी।
जीवी ने बताया कि पति गुजरात में सेंटिंग का काम करता था। पुलिस को रात में ही सूचना दी, लेकिन पुलिस ने उसकी बात दर्ज नहीं की, जबकि उसके देवर कमलेश की रिपोर्ट पर मामला दर्ज किया, जिसमें विवाद के सही कारण का जिक्र नहीं था।
रिपोर्ट में मृतक के भाई कमलेश ने आरोप लगाया कि उसके सगे भाइयों राकेश, हितेश, रविन्द्र और विनोद ने घर पर आकर पहले कालू की पिटाई की और फिर कुल्हाड़ी से हमला किया, जिससे उसकी हालत गंभीर हो गई। 108 एबुलेंस से उसे अस्पताल ले गए, तब तक उसकी मौत हो चुकी थी।
कालू की मां रती ने पुलिस को दिए परिवाद में बताया कि बेटा कालू और कमलेश उसे डाकण कहकर रोज परेशान करते हैं। कालू शराब के नशे में गाली-गलौच करता था। पुलिस का दावा है कि इस हरकत से चारों भाई नाराज थे। झगड़े व हत्या की यही वजह थी।
चारों भाइयों ने कालू पर डंडों और उल्टी कुल्हाड़ी से हमला किया। अंदरूनी चोट के कारण संभवत: उसकी मौत हुई। कमलेश की रिपोर्ट पर हत्या का मामला दर्ज किया है। सभी चार आरोपी भाइयों को डिटेन कर लिया गया है। आगे की जांच जारी है।
विक्रम सिंह, थानाधिकारी, कलिंजरा
अभी तक की जांच-पड़ताल में धार्मिक मान्यता के दबाव जैसा मामला सामने नहीं आया है। एफआइआर में भी इसका उल्लेख नहीं है। यदि आगे अनुसंधान में ऐसा कुछ सामने आया तो शामिल करेंगे।
सुधीर जोशी, पुलिस अधीक्षक, बांसवाड़ा
Published on:
29 Oct 2025 09:08 am
बड़ी खबरें
View Allबांसवाड़ा
राजस्थान न्यूज़
ट्रेंडिंग

