Ayodhya: लोकसभा चुनाव के नतीजे सामने आने के बाद बीजेपी को सबसे बड़ा झटका यूपी से लगा है। बीजेपी यूपी में फैजाबाद सीट तक हार गई। जबकि अयोध्या में श्रीराम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा के बाद बीजेपी इस सीट पर जीत को लेकर आश्वस्त थी। अब चुनाव के बीच यह मुद्दा छाया है कि आखिर बीजेपी अयोध्या में कैसे हार गई। गुरुवार को इसी की समीक्षा बैठक अयोध्या में चल रही थी। इस बैठक में योगी सरकार के दौ कैबिनेट मंत्री भी मौजूद थे। इनके सामने ही महंत राजू दास और डीएम के बीच बहस हुई।
गुरुवार देर रात अयोध्या में बीजेपी की समीक्षा बैठक के दौरान हुए हाई प्रोफाइल ड्रामे की चर्चा ने तेजी पकड़ ली है। इस समीक्षा बैठक में योगी सरकार के दो कैबिनेट मंत्री सूर्य प्रताप शाही और जयवीर सिंह भी शामिल थे। साथ ही फैजाबाद के डीएम नितीश कुमार भी समीक्षा बैठक में मौजूद थे।
इसी बीच मौके पर पहुंचे महंत राजूदास को देखकर डीएम नितीश कुमार जाने लगे। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार हनुमान गढ़ी के महंत राजू दास अयोध्या के प्रभारी मंत्री सूर्य प्रताप शाही से समय लेकर बीजेपी की हार पर अपना फीडबैक देने पहुंचे थे।
अयोध्या के डीएम नीतीश कुमार राजू दास के लोकसभा चुनाव के दौरान प्रशासन के खिलाफ दिए बयानों से नाराज थे। उन्होंने राजू दास के साथ बैठने से इनकार कर दिया। इसी बात पर देर रात हाई प्रोफाइल हंगामा हो गया। महंत राजूदास का दावा है कि मंत्रियों की मौजूदगी में हुई झड़प के बाद उनके साथ मौजूद गनर को वापस जाने को कहा गया। इस पर राजू दास ने आरोप लगाया कि उनकी हत्या की साजिश रची जा रही है। यह सारा घटनाक्रम गुरुवार रात 11 बजे के करीब का है।
प्रशासनिक सूत्रों की मानें तो अयोध्या के सरजू गेस्ट हाउस में योगी सरकार के दो मंत्रियों के आने की सूचना डीएम उनसे मिलने पहुंचे थे। इसके साथ महंत राजूदास भी मंत्रियों के सामने लोकसभा चुनाव में हार के पीछे अपना तर्क देने पहुंचे थे। महंत राजूदास का डीएम से सामना होते ही दोनों के बीच तीखी बातचीत शुरू हो गई। जो हाईप्रोफाइल ड्रामे में बदल गई।
संबंधित विषय:
Updated on:
21 Jun 2024 07:07 pm
Published on:
21 Jun 2024 07:01 pm