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Karwa Chauth 2025 Yog: 200 साल बाद करवा चौथ पर दुर्लभ योग, सुहागिनों को अखंड सौभाग्य, करियर में तरक्की के संकेत

Karwa Chauth 2025 Yog: इस बार करवा चौथ पर दो दुर्लभ महासंयोग बन रहा है, जो व्रत को और भी अधिक फलदायक बनाता है।इस संयोग को अखंड सौभाग्य, सुख-समृद्धि और सफलता का प्रतीक माना जा रहा है।

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भारत

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MEGHA ROY

Oct 09, 2025

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Karwa Chauth 2025 special planetary alignment|फोटो सोर्स – Patrika.com

Karwa Chauth 2025 Yog: करवा चौथ 2025 का पर्व इस बार बेहद खास रहने वाला है, क्योंकि 10 अक्टूबर 2025 को करीब 200 साल बाद एक अत्यंत दुर्लभ और शुभ योग का निर्माण हो रहा है। ज्योतिषाचार्यों के अनुसार, इस बार करवा चौथ पर सिद्धि और शिववास का महासंयोग बन रहा है, जो व्रत को और भी अधिक फलदायक बनाता है।इस संयोग को अखंड सौभाग्य, सुख-समृद्धि और सफलता का प्रतीक माना जा रहा है।यह पर्व नारी शक्ति, प्रेम, समर्पण और विश्वास का प्रतीक माना जाता है और विशेष रूप से उत्तर भारत के राज्यों उत्तर प्रदेश, राजस्थान, पंजाब, और हरियाणा में बड़े श्रद्धा-भाव से मनाया जाता है। आइए जानते हैं इससे जुड़ी खास जानकारियां।

करवा चौथ 2025 की तिथि और समय

  • व्रत तिथि प्रारंभ: 9 अक्टूबर 2025, रात 10:54 बजे
  • व्रत तिथि समाप्त: 10 अक्टूबर 2025, शाम 7:37 बजे
  • उदयातिथि के अनुसार व्रत: 10 अक्टूबर 2025 को ही मनाया जाएगा।
  • रात 8:14 बजे (दिल्ली-एनसीआर समेत अधिकांश क्षेत्रों में) चंद्र दर्शन होगा। इसी समय व्रती महिलाएं चंद्रमा को अर्घ्य देकर व्रत पूर्ण करेंगी।

200 वर्षों बाद बन रहा है दुर्लभ संयोग

इस करवा चौथ पर दो अत्यंत शुभ योगों का संयोग बन रहा है सिद्धि योग और शिववास योग। दोनों ही योग अत्यंत दुर्लभ और पूजन के लिए अत्यंत प्रभावशाली माने जाते हैं।

सिद्धि योग का महत्व

10 अक्टूबर 2025 को शाम 5:41 बजे तक सिद्धि योग का शुभ संयोग बन रहा है, जो किसी भी कार्य में पूर्ण सफलता दिलाने वाला माना जाता है। इस विशेष योग में किया गया व्रत, पूजा और संकल्प अत्यधिक फलदायक होते हैं, जिससे व्रती को पूर्ण फल और अखंड सौभाग्य की प्राप्ति होती है।

शिववास योग का महत्व

"शिववास" का अर्थ होता है भगवान शिव का कैलाश पर विश्राम करना, और धार्मिक मान्यता है कि इस समय किया गया पूजन अत्यंत शुभ और फलदायी होता है। करवा चौथ के दिन यदि यह योग बनता है, तो भगवान शिव, मां पार्वती, गणेश जी और चंद्रमा की विधिपूर्वक पूजा करने से दांपत्य जीवन में सुख, शांति और समृद्धि का वास होता है।

राशियों पर दुर्लभ योग का असर

इस बार करवा चौथ पर जिन राशियों पर विशेष कृपा बरसने की संभावना है, उनमें कुंभ, वृषभ, कर्क, तुला, और मीन प्रमुख हैं। इन राशि वालों को इस दिन धन लाभ, करियर में उन्नति और पारिवारिक सुख में वृद्धि के योग बनते दिख रहे हैं।

पौराणिक मान्यताएं और आध्यात्मिक महत्व

पौराणिक कथाओं के अनुसार, माता सती ने भगवान शिव के लिए ही करवा चौथ का व्रत रखा था। यही परंपरा कालांतर में सुहागिनों द्वारा निभाई जाने लगी। इस दिन भगवान गणेश, मां गौरी, भगवान शिव और चंद्रमा की पूजा का विशेष महत्व है। मान्यता है कि इस व्रत से न केवल पति का आयुष्य बढ़ता है बल्कि जीवन में हर बाधा दूर होकर सौभाग्य की प्राप्ति होती है।