बाबू शोभाराम महाविद्यालय में एलएलबी द्वितीय वर्ष की परीक्षा सवालों के घेरे में: बुधवार को दो और गुरुवार को तीन परीक्षार्थियों को दबोचा
अलवर. कला कॉलेज में परीक्षा में नकल के मामले थमने का नाम नहीं ले रहे हैं। एलएलबी द्वितीय वर्ष की परीक्षा के दौरान बुधवार को दो छात्रों के पास नकल की सामग्री मिली तो वहीं गुरुवार को भी तीन छात्र नकल करते पकड़े गए। अब तक यहां 22 छात्र नकल करते मिले हैं। ऐसे में सवाल उठ रहे हैं कि आखिर कॉलेज प्रशासन कहां ढिलाई बरत रहा है, जिसके कारण नकल के मामले सामने आ रहे हैं।
दरसअल, बुधवार को एक छात्र परीक्षा के दौरान नकल करने के लिए अपने हाथ पर लिखकर परीक्षा केन्द्र में आया। परीक्षा केन्द्र की जांच करने अंबेडकर विवि जयुपर की टीम पहुंची तो छात्र के हाथ पर 17 से 18 लाइन लिखी मिली। इसकी जानकारी परीक्षा कमेटी को दी गई और छात्र पर परीक्षा में नकल करने का केस दर्ज किया गया। इसके साथ ही दूसरा विद्यार्थी कागज से प्रश्नों के उत्तर लिखता पकड़ा गया। मामले का वीडियो वायरल हो रहा है। इस वीडियो में नकल करने वाले छात्र प्राचार्य को धमकाते नजर आ रहे हैं। इसी तरह गुरुवार को एलएलबी प्रथम वर्ष परीक्षा के दौरान कॉलेज की चैकिंग फ्लाइंग टीम ने 3 विद्यार्थियों को नकल करते हुआ पकड़ा। इसमें दो विद्यार्थियों के पास नकल के कागज मिले, वहीं एक विद्यार्थी ने परीक्षा के प्रवेश पत्र पर ही नकल सामग्री लिखकर लया था। इन तीनों विद्यार्थियों पर नकल कर केस दर्ज किया गया।
नकल रोकने में कॉलेज की फ्लाइंग टीम फेल...
कला कॉलेज में परीक्षा के दौरान होने वाली नकल को रोकने में कॉंलेज की टीम नाकाम साबित हो रह है। बाहर की फ्लाइंग को नकल करते विद्यार्थी मिल जाते है, लेकिन कॉलेज की फ्लाइंग टीम को नकल करते विद्यार्थी नजर नहीं आते। हालांकि परीक्षा कमेटी की ओर से परीक्षा केन्द्र में प्रवेश करने से पहले एक-एक विद्यार्थी की जांच की जाती है। अब तक कॉलेज में 22 विद्यार्थियों के ऊपर नकल का केस दर्ज किया गया है। सवाल उठता है कि परीक्षा शुरू होते ही विद्यार्थियों के पास नकल की सामग्री कहां से पहुंच जाती है?
अंबेडकर विश्वविद्यालय जयपुर की फ्लाइंग ने दो विद्याथियों को नकल करते हुए देखा और नकल का मामला दर्ज किया गया। तीन विद्यार्थी गुरुवार को भी नकल करते हुए मिले हैं। इन विद्यार्थियों के ऊपर नियमों के अनुसार कार्रवाई की जा रही है। नकल रोकने के लिए हरसंभव कॉलेज प्रशासन कर रहा है।
- अशोक आर्य, प्राचार्य, कला कॉलेज, अलवर।
कॉलेजों में परीक्षा में नकल करने वाले विद्यार्थियों पर कार्रवाई दो प्रकार से की जाती है। अगर विद्यार्थी के पास मिली नकल सामग्री और उत्तर पुस्तिका लिखा मैटर समान होता है तो जितने पेपर में परीक्षार्थी बैठा है, उन्हें निरस्त कर दिया जाता है। इसकी जांच टॉपिक एक्सपर्ट से करवाई जाती है। वहीं, अगर विद्यार्थी के पास परीक्षा के दौरान नकल की सामग्री मिलती है और विद्यार्थी नकल नहीं करता है तो विद्यार्थी का केवल मौजूदा पेपर ही निरस्त किया जाता है।
डॉ. रविन्द्र कुमार दुलार, अंबेडकर विवि, जयपुर
Published on:
09 Aug 2024 12:40 pm
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