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Rajasthan: दीपावली के दिन घर आई ‘लक्ष्मी’, पिता बोले- बेटी के लिए मांगी थी मन्नत, दिवाली पर हुई पूरी

Diwali 2025: दीपावली का त्योहार इस बार कई परिवारों के लिए दोगुनी खुशियां लेकर आया।

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अलवर

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Anil Prajapat

Oct 23, 2025

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दिवाली पर जन्मी कन्या। फोटो: पत्रिका

अलवर। दीपावली का त्योहार इस बार कई परिवारों के लिए दोगुनी खुशियां लेकर आया। अलवर के जनाना अस्पताल और काला कुआं स्थित सैटेलाइट अस्पताल में 20 अक्टूबर को 15 बेटियों का जन्म हुआ। बेटियों के जन्म को ‘लक्ष्मी आगमन’ मानते हुए परिवारों ने दीपावली को और खास बना दिया।

जनाना अस्पताल की नर्सिंग अधीक्षक सरला शर्मा ने बताया कि 20 अक्टूबर को सरकारी अस्पतालों में 13 बालिकाओं का जन्म हुआ, जिनमें से 10 का जन्म सामान्य प्रसव से और 3 का जन्म सिजेरियन ऑपरेशन से हुआ। वहीं, सैटेलाइट अस्पताल में 2 बेटियों का जन्म हुआ।

बेटी के लिए मांगी थी मन्नत, दिवाली पर हुई पूरी

बहादरपुर निवासी आसिफ की पत्नी अरफीना ने जनाना अस्पताल में बेटी को जन्म दिया। आसिफ ने बताया कि हमारे पहले से दो बेटे हैं। एक बेटी की मन्नत मांग रहे थे। दीपावली के दिन यह मन्नत पूरी हुई, जिससे घर में खुशी और उल्लास का माहौल है। इसी तरह भरतपुर निवासी सुमन और उनके पति हरिराम के घर में भी दिवाली पर बेटी के रूप में लक्ष्मी आई। हरिराम ने कहा कि पहले एक बेटा है। बेटी के जन्म से हमारा परिवार दिवाली को सच्चे मायने में ‘लक्ष्मी आगमन’ मान रहा है।

बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ का दिखा असर

समय के साथ समाज की सोच में बड़ा बदलाव देखने को मिल रहा है। पहले जहां बेटी के जन्म को बोझ समझा जाता था, वहीं अब बेटियों को समान और प्यार मिल रहा है।

सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाओं जैसे ’बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ’, सुकन्या समृद्धि योजना आदि का सकारात्मक असर लोगों की मानसिकता पर पड़ा है। अब बेटे और बेटी में फर्क नहीं किया जा रहा है। लोग बेटियों के जन्म को भी खुशियों का पर्व मानकर हर्षोल्लास से मना रहे हैं।