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Ahmedabad: 30 करोड़ का ऋण देने के बहाने तमिलनाडु के उद्यमी को लगाई 30 लाख की चपत

-अहमदाबाद में शिवरंजनी चार रास्ते के पास खोली थी ऑफिस, मोबाइल से किया था संपर्क, तीन आरोपियों में एक राजस्थान के जयपुर का निवासी, पैसे मिलते ही हुए फरार

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Satellite police station

Ahmedabad. ऋण देने के बहाने ठगने का एक मामला 29 अक्टूबर को अहमदाबाद शहर के सेटेलाइट थाने में दर्ज हुआ है। इसमें तमिलनाडु निवासी एवं पवन चक्की उद्यमी को 30 करोड़ का ऋण देने के नाम पर 30 लाख की चपत लगाने का आरोप है।

तमिलनाडु के नमक्कल जिले में नमक्कल शहर त्रिचि रोड सूर्या गार्डन निवासी गणेशदेवराज चंद्रमौलेश्वरम (47) ने राजस्थान के जयपुर शहर वैशालीनगर के श्रीरामनगर रंगोली ग्रीन्स निवासी नितांत शर्मा, रवि परमार एवं अनिल अग्रवाल नाम के तीन लोगों के विरुद्ध नामजद प्राथमिकी दर्ज कराई है।

एफआईआर के तहत शिकायतकर्ता नमक्कल शहर में रहकर फन्डलाइन विन्ड एनर्जी नाम की कंपनी से वे पवन चक्की से बिजली का उत्पादन कर सरकार और निजी कंपनियों को बेचने का काम करते हैं।

मोबाइल से किया संपर्क, कंपनी की विजिट भी की

एफआईआर के तहत 20 जुलाई 2025 को उन्हें एक मोबाइल नंबर से फोन आया, जिसमें फोन करने वाले व्यक्ति ने खुद का परिचय रवि परमार के रूप में दिया। कहा कि उनकी कंपनी लोन देने का काम करती है। आप हमारी कंपनी की मुलाकात लीजिए।

कंपनी का कार्यालय अहमदाबाद शहर में शिवरंजनी चार रास्ते के पास श्रीधर एथेंस नाम की इमारत का दिया। यहां वे 29 जुलाई को आए। नितांत शर्मा, रवि परमार और अनिल अग्रवाल से मुलाकात हुई। इन लोगों ने लोन के लिए जरूरी कंपनी और गणेशदेवराज के कागजात मांगे। कागजात देखने के बाद कहा कि हमें कंपनी का दौरा करना होगा। जिस पर एक अगस्त को नितांत शर्मा ने नमक्कल में स्थित पवन चक्की की कंपनी का दौरा किया। वहां बातचीत में गणेशदेवराज ने 30 करोड़ के लोन की जरूरत बताई। नितांत ने कहा कि उनकी कंपनी इतना लोन दे देगी, दस्तावेज साथ अहमदाबाद कार्यालय आना।

पैसे ट्रांसफर होते ही दो घंटे में आने का कहकर फरार

एफआईआर के तहत गणेशदेवराज कागजात लेकर सात अगस्त को शिवरंजनी चार रास्ता स्थित कंपनी के कार्यालय पहुंचा। यहां तीनों लोगों से उसकी मुलाकात हुई। आरोपियों ने कहा कि ऋण मंजूर करने के लिए एक फीसदी स्टैंप ड्यूटी भरनी होगी। जिस पर शिकायतकर्ता ने 29.75 लाख रुपए आरोपियों की ओर से दिए बैंक अकाउंट में ट्रांसफर कर दिए। आरोपियों ने उनसे कहा कि वे होटल जाएं वे उनसे होटल में आकर मिलते हैं। काफी समय बाद जब ये लोग नहीं आए तो फोन किया, लेकिन आरोपियों ने फोन नहीं उठाया। कार्यालय पहुंचने पर पता चला ये उसे बंद करके फरार हो गए।