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गुजरात से 1350 टन औद्योगिक नमक की पहली रेल खेप पहुंची कश्मीर

भारतीय रेल की एक ऐतिहासिक उपलब्धि खाराघोड़ा से अनंतनाग तक 2,000 किमी की दूरी तय अहमदाबाद: भारतीय रेल ने कश्मीर घाटी में माल परिवहन के क्षेत्र में एक नई ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल की है।पश्चिम रेलवे के अहमदाबाद मंडल से 1350 टन औद्योगिक नमक की पहली खेप लेकर एक मालगाड़ी कश्मीर के अनंतनाग पहुंची। इस खेप […]

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भारतीय रेल की एक ऐतिहासिक उपलब्धि

खाराघोड़ा से अनंतनाग तक 2,000 किमी की दूरी तय

अहमदाबाद: भारतीय रेल ने कश्मीर घाटी में माल परिवहन के क्षेत्र में एक नई ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल की है।
पश्चिम रेलवे के अहमदाबाद मंडल से 1350 टन औद्योगिक नमक की पहली खेप लेकर एक मालगाड़ी कश्मीर के अनंतनाग पहुंची। इस खेप का सफर करीब 2,000 किलोमीटर का था, जो गुजरात के सुरेंद्रनगर जिले स्थित खाराघोड़ा से कश्मीर के अनंतनाग तक तय किया गया।
खाराघोड़ा, जो कि लिटिल रण ऑफ कच्छ के पास स्थित है, एक प्रमुख नमक उत्पादन क्षेत्र है। यहां की मिट्टी और पर्यावरण में विशेष गुण हैं, जिसके कारण इस क्षेत्र का नमक अपनी उच्च गुणवत्ता और शुद्धता के लिए प्रसिद्ध है।
खाराघोड़ा से उत्पादित नमक में 98 प्रतिशत से भी ज्यादा सोडियम क्लोराइड होता है, जो इसे औद्योगिक और खाद्य उपयोग के लिए आदर्श बनाता है। इस नमक का उपयोग कश्मीर में चमड़ा उद्योग, साबुन निर्माण, और ईंट भट्ठों में किया जाएगा, जिससे स्थानीय उद्योगों को एक नया संजीवनी शक्ति मिलेगी।
अहमदाबाद मंडल रेल प्रबंधक वेद प्रकाश ने कहा कि यह भारतीय रेल की एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है। इस माल परिवहन से कश्मीर में रेल नेटवर्क के माध्यम से गैर-पारंपरिक माल ढुलाई को प्रोत्साहन मिलेगा।
इससे न केवल परिवहन समय और लागत में कमी आएगी, बल्कि सड़क परिवहन पर निर्भरता भी घटेगी, जिससे पर्यावरण पर भी सकारात्मक असर पड़ेगा। कश्मीर घाटी में अब रेल मार्ग से माल परिवहन की संभावनाएं और बढ़ेंगी, और इससे यहां के उद्योगों की आपूर्ति श्रृंखला और भी सुदृढ़ होगी।
इस ऐतिहासिक कदम से भारतीय रेल के माल ढुलाई क्षेत्र में एक नई दिशा की शुरुआत होगी, जो न केवल कश्मीर की आर्थिक स्थिति को मजबूत करेगा, बल्कि पूरे देश में रेल नेटवर्क के उपयोग को और प्रभावी बना सकेगा।