World Most Worst Jail: अपराधियों को कैद में रखने की सज़ा बेहद प्राचीन समय समय से चली आ रही है। आपने भी कई बार पौराणिक कथाओं में या भारत के प्राचीन काल में हुए राजा-महाराजाओं की कहानियों में कैद की सज़ा (Imprisonment) के बारे में सुना होगा। लेकिन ये सज़ा भी तब बेहद खौफनाक होती थी। कैदियों को कैदखाने में भी भयानक यातनाएं दी जाती थीं। जो शारीरिक और मानसिक दोनों तरह से ही कैदी को खत्म करने की कगार पर छोड़ देती थी, हालांकि समय बदलते-बदलते जेलों में कैदियों के साथ होते इस बर्ताव में भी सुधार लाया गया। अब जेलों में कैदियों के सुधरने के लिए भी कई तरह के कार्यक्रम चलाए जाते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं आज भी दुनिया में ऐसी-ऐसी जेलें मौजूद हैं, जो सबसे खतरनाक मानी जाती हैं।
भारत में अंडमान निकोबार में स्थित जेल (Cellular Jail) को अब तक की सबसे खतरनाक जेल माना जाता है। यहां पर कैदी को बंद करने की सज़ा को कालापानी की सज़ा कहते हैं। वहीं दिल्ली की तिहा़ड़ जेल (Tihar Jail) में भी खूंखार कैदियों को रखा जाता है। लेकिन दुनिया में कुछ ऐसी जेलें हैं जिनके आगे तिहाड़ या कालापानी जरा भी नहीं ठहरते। हम आपको इन्हीं 5 जेलों के नाम बताने जा रहे हैं।
इंटरनेशनल सिक्योरिटी जर्नल की रिपोर्ट के मुताबिक रवांडा में स्थित मुहांगा सुधार जेल (Muhanga Jail) को दुनिया की सबसे खतरनाक जेलों में पहले नंबर पर रखा गया है। इस जेल में क्षमता से ज्यादा कैदी जबरन ठूंसे गए हैं। छोटी-छोटी अंधेरी कोठरियों में, जिसमें 2-3 लोग भी मुश्किल से रह सकते हैं उसमें 10 से ज्यादा लोगों को रखा जाता है। आलम ये हो जाता है कि कैदी ना तो ठीक से चल-फिर पाते हैं ना आराम से लेटकर सो पाते हैं। सिर्फ इतना ही नहीं जेल को कैदियों को शारीरिक यातनाएं तक दी जाती हैं। कैदियों पर सोने-जागने और खाने के समय तक पर प्रतिबंध लगे हुए हैं। इतनी तंग जगह पर गंदगी होने से साफ-सफाई भी नहीं की जाती। रिपोर्ट के मुताबिक यहां पर स्वास्थ्य सेवाओं की पहुंच से भी कैदियों को वंचित किया गया है।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) के सत्ता में आने के बाद ही उन्होंने अवैध प्रवासियों को पकड़ने और देश से बाहर निकालने का आदेश दिया था, उन्होंने तब ग्वांतानामों जेल (Guantanamo Bay Detention Camp) का नाम लेकर इशारा करते हुए कहा था कि इस जेल में अवैध प्रवासियों,जो अपराधी पाए जाते हैं, उन्हें रखा जाएगा। तब ये जेल काफी सुर्खियों में आ गई थी। इसका कारण इस जेल में मिलने वाली अमानवीय यातना थी। कई मानवाधिकार संगठनों और अंतर्राष्ट्रीय समुदाय ने इसकी निंदा की है। रिपोर्ट के मुताबिक यहां पर कई दिनों तक सोने ना देना, पानी में डुबोना, उल्टे-सीधे शारीरिक पोजिशन में धूप में कई-कई घंटों तक रखना, काल कोठरिय़ों में अकेले रखना, किसी से कोई बातचीत ना करने देने जैसी यातनाएं दी जाती हैं। बता दें कि ये जेल 2022 में अमेरिका ने स्थापित की थी।
अल साल्वाडोर में स्थित स्यूदाद बैरियोस जेल में हजारों कैदियों को रखा गया है जिसकी क्षमता 200 से 300 है। इस जेल गिरोहों का नियंत्रण रहता है। इसलिए यहां पर बड़े पैमाने पर हिंसा, जबरन वसूली और की जाती है जिससे कैदी लगातार खौफ के साए में रहते हैं। गिरोहों के चलते यहां पर खाना, पानी और चिकित्सा देखभाल जैसी बुनियादी जरूरतें भी ठीक से नहीं पहुंचती। इसके चलते गंभीर कुपोषण और स्वास्थ्य समस्याएं पैदा हो रही हैं।
ये जेल गंभीर मानवाधिकार उल्लंघनों के लिए कुख्यात है। इसकी स्थापना 1980 में हुई थी। 90 के दशक तक इस जेल में राजनीतिक कैदियों खासकर कुर्द कैदियों के साथ अमानवीयता की गई थी। यहां पर भी क्षमता से ज्यादा कैदी रखे गए हैं। जिससे गंदगी और बीमारी फैल रही है। इसके अलावा कैदियों को सुरक्षाकर्मी गंभीर यातना देते हैं, मारपीट करते हैं। इसका विरोध करने के लिए कई बार कैदियों ने भूख हड़ताल और विरोध प्रदर्शन तक किए हैं।
हमेशा सुर्खियों में बने रहने वाले तानाशाह किम जोंग के उत्तर कोरिया में स्थित ये कैंप 14 दुनिया के सबसे खतरनाक जेलों में एक है। यहां कैदियों को उनके पूरे परिवार समेत राजनीतिक अपराधों के लिए कैद किया जाता है। यहां पर कैदियों को खाने को भोजन नहीं दिया, पानी भी कभी-कभी मिलता है, शरीर में ताकत ना होने के बावजूद बीमारी की हालत में भी उनसे कठिन काम कराया जाता है। इतना ही नहीं इस जेल में सबके सामने सुरक्षाकर्मी कैदी को बेदर्दी से मारते हैं-पीटते हैं यहां तक कि सबके सामने फांसी भी दे देते हैं। जिससे कैदियों में डर बैठ गया है। रिपोर्ट के मुताबिक इस जेल के कैदियों में कुपोषण फैल गया है और भुखमरी की स्थिति पैदा हो गई है।
Updated on:
28 Feb 2025 04:13 pm
Published on:
28 Feb 2025 07:24 am