Plane crashes 2025: हाल के दिनों में दुनिया भर से लगातार विमान दुर्घटनाओं (Plane crashes 2025) की खबरें सामने आ रही हैं। भारत, बांग्लादेश व रूस समेत कई देशों में हुए हादसों ने हवाई यात्रा को लेकर लोगों के मन में डर बढ़ा दिया है। सवाल यह है कि आखिर अचानक इतने एयरक्रैश (Recent airplane accidents) क्यों हो रहे हैं ? क्या तकनीकी लापरवाही जिम्मेदार है या मौसम की मार? पिछले कुछ महीनों में कई घातक विमान दुर्घटनाएं हुई हैं जिनमें दर्जनों जानें गईं। इन घटनाओं से न केवल यात्रियों में डर का माहौल है, बल्कि विमान कंपनियों की सुरक्षा व्यवस्था (Aviation safety concerns) पर भी गंभीर सवाल खड़े हो रहे हैं।
बांग्लादेश वायुसेना का F-7 BGI प्रशिक्षण विमान मिलस्टोन स्कूल और कॉलेज के परिसर में दुर्घटनाग्रस्त हो गया। इस हादसे में 19 लोगों की मौत हुई, जिनमें 16 छात्र, 2 शिक्षक और पायलट शामिल थे। हादसे में 171 लोग घायल हुए, जिनमें अधिकतर जलने के कारण गंभीर रूप से घायल हुए। पायलट फ्लाइट लेफ्टिनेंट तौकीर इस्लाम सागर ने विमान को घनी आबादी वाले क्षेत्र से दूर ले जाने की कोशिश की, लेकिन विमान नियंत्रण से बाहर हो गया और स्कूल में दुर्घटनाग्रस्त हो गया।
रूस के अमूर क्षेत्र में अंगारा एयरलाइंस का एएन-24 विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया, जिसमें 49 लोग सवार थे। यह विमान खराब मौसम और पहाड़ी इलाके में लैंडिंग प्रयास के दौरान दुर्घटनाग्रस्त हुआ। विमान की उम्र लगभग 50 वर्ष थी और इसमें पहले भी तकनीकी समस्याएं आ चुकी थीं। रूस में पश्चिमी प्रतिबंधों के कारण विमानन क्षेत्र पर असर पड़ा है, जिससे विमानन सुरक्षा पर सवाल उठ रहे हैं।
स्थान | कारण | तारीख | मृतकों की संख्या |
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अहमदाबाद (भारत) | रनवे पर तकनीकी फेलियर | 18 मई 2025 | 7 |
ढाका (बांग्लादेश) | इंजन फेल होने से आग | 28 जून 2025 | 23 |
टिंडा (रूस) | रडार संपर्क टूटा, क्रैश | 24 जुलाई 2025 | 50 |
नेपाल | खराब मौसम | 12 मार्च 2025 | 15 |
इंडोनेशिया | रनवे पर लैंडिंग फेल | 3 जनवरी 2025 | 29 |
यात्रियों में दहशत: सोशल मीडिया पर लोगों ने लगातार हो रही विमान दुर्घटनाओं पर चिंता जताई। “अब फ्लाइट में बैठने से पहले डर लगने लगा है,” एक यात्री ने ट्विटर पर लिखा।
कई विशेषज्ञों ने पुराने विमानों की उड़ानों पर रोक लगाने और एयरलाइंस को मजबूती से रेग्युलेट करने की मांग की है।
DGCA (डायरेक्टोरेट जनरल ऑफ सिविल एविएशन) ने सभी घरेलू एयरलाइनों को तत्काल सेफ्टी ऑडिट करने के निर्देश दिए हैं।
भारतीय विमानन नियामक DGCA अगले सप्ताह नए सुरक्षा प्रोटोकॉल जारी कर सकता है।
रूस, बांग्लादेश और भारत में हाल के हादसों में ब्लैक बॉक्स की जांच जारी है -इन रिपोर्ट्स से तकनीकी खामियों की पुष्टि हो सकती है।
ICAO (इंटरनेशनल सिविल एविएशन ऑर्गनाइजेशन) दुनिया भर के रूट्स और मौसम डाटा को लेकर एक संयुक्त सुरक्षा वर्किंग पेपर पर काम कर रहा है।
पायलटों पर बढ़ता दबाव: कई एयरलाइंस कम पायलटों में ज्यादा शिफ्ट करवा रही हैं, जिससे थकान और फैसले लेने की क्षमता पर असर हो रहा है।
लो-कॉस्ट कैरियर्स की भूमिका: कम लागत में सेवाएं देने वाली एयरलाइंस में रखरखाव और ट्रेनिंग का बजट अक्सर कम होता है।
मौसम पूर्वानुमान की विफलता: कई बार रडार और एयर ट्रैफिक कंट्रोल को तूफानी मौसम की जानकारी समय पर नहीं मिल पाती, जिससे जोखिम बढ़ता है।
Published on:
24 Jul 2025 06:27 pm