Turkiye Earthquake: तुर्किए में एक बार फिर जोरदार भूकंप के झटके महसूस किए गए। रिएक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता 6.0 मापी गई। भूकंप का केंद्र सिंदर्ग था। तुर्किए मीडिया के अनुसार, शाम 7.53 बजे (भारतीय समय अनुसार रात 10.23 बजे) लोगों ने भूकंप के जोरदार झटके महसूस किए। गनीमत रही कि अभी तक जानहानि या किसी बड़े नुकसान की खबर सामने नहीं आई है।
तुर्किए की सरकार ने राहत एवं बचाव टीमों को सतर्क कर दिया है। सरकार ने कहा कि प्रभावित इलाके में बिजली आपूर्ति और संचार व्यवस्था सामान्य है, लेकिन टीमें निरीक्षण कर रही है। प्रशासन ने लोगों से किसी भी आपातकालीन स्थिति में अधिकारियों से संपर्क करने को कहा है।
तुर्किए के गृहमंत्री अली येररलिकाया ने X पर लिखा- इस्तांबुल और आसपास के प्रांतों में भूकंप के झटके महसूस किए गए। भूकंप के कारण राहत एवं बचाव टीमों ने निरीक्षण का काम शुरू कर दिया है। अभी तक जानहानि या बड़े नुकसान की सूचना नहीं मिली है। हम पल-पल स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं।
तुर्किए भूकंपीय रूप से सक्रिय क्षेत्र में आता है, जहां समय-समय पर भूकंप के झटके महसूस होते रहते हैं। इससे पहले भी देश के पश्चिमी और दक्षिणी हिस्सों में कई बार मध्यम से तेज तीव्रता के भूकंप दर्ज किए जा चुके हैं। 6 फरवरी 2023 को तुर्किए और सीरिया में आए 7.8 तीव्रता के भूकंप ने भारी तबाही मचाई थी। इस भूकंप का केंद्र दक्षिण-मध्य तुर्की के कहरमनमारश के पास था, जिसके बाद 7.7 तीव्रता का एक और झटका लगा। इस आपदा में तुर्की में 53,000 से अधिक और सीरिया में 6,000 लोगों की मृत्यु हुई, जबकि 1 लाख से अधिक लोग घायल हुए। लगभग 2.8 लाख इमारतें नष्ट या क्षतिग्रस्त हुईं, जिससे 14 मिलियन लोग प्रभावित हुए। अंताक्या और गाजियांटेप जैसे शहरों में भारी नुकसान हुआ।
तुर्किए में विनाशकारी भूकंप के बाद भारत ने 'ऑपरेशन दोस्त' शुरू किया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के निर्देश पर भारत ने तुर्किए और सीरिया को तत्काल सहायता प्रदान की। भारतीय वायुसेना के छह सी-17 विमानों ने 250 से अधिक NDRF कर्मियों, चिकित्सा दल और 135 टन राहत सामग्री तुर्किए भेजी। गाजियांटेप में बचाव कार्य और इस्केंडरुन में 30 बेड का फील्ड हॉस्पिटल स्थापित किया गया। सीरिया को 23 टन दवाइयां और उपकरण भेजे गए। तुर्किए के राजदूत ने भारत को 'दोस्त' कहकर धन्यवाद दिया।
Updated on:
11 Aug 2025 07:54 am
Published on:
11 Aug 2025 06:33 am