Antimatter Transport Container: यूरोपीय परमाणु अनुसंधान संगठन (CERN) के वैज्ञानिकों को पहली बार एंटीमैटर के परिवहन (Antimatter transport) के लिए कंटेनर बनाने में कामयाबी मिली है। यह सिर्फ दो मीटर लंबा है, लेकिन सबसे अनोखा है। इसमें दुनिया के सबसे महंगे पदार्थ एंटीमैटर (CERN antimatter container) को इधर से उधर ले जाया जा सकेगा। एक औंस ( करीब 28.35 ग्राम) एंटीमैटर की कीमत (Antimatter price) करीब 51 लाख 87 हजार 500 करोड़ रुपये है। यह इतना महंगा है कि भारत के दो सबसे बड़े रईस मुकेश अंबानी ( Mukesh Ambani )और गौतम अडानी ( Gautam Adani ) की पूरी संपत्ति से भी एक ग्राम एंटीमैटर नहीं खरीदा जा सकता।
वैज्ञानिकों का कहना है कि कंटेनर बनने से एंटीमैटर के अध्ययन में तेजी आएगी। इससे ब्रह्मांड की पहेलियों को सुलझाया जा सकता है। नेचर जर्नल में छपी रिपोर्ट के मुताबिक परीक्षण के दौरान कंटेनर चार किलोमीटर सफलतापूर्वक चलाया गया। इसके जरिए सीईआरएन की जिनीवा प्रयोगशाला से एंटीमैटर विभिन्न देशों में भेजा जाएगा। इसकी शुरुआत जर्मनी की एक यूनिवर्सिटी को एंटीमैटर भेजने से होगी, जो जिनीवा से 800 किलोमीटर दूर है।
एंटीमैटर के अणु में हर चीज दूसरे पदार्थों से एकदम विपरीत होती है। सामान्य अणु में पॉजिटिव चार्ज वाले न्यूक्लियर और नेगेटिव चार्ज वाले इलेक्ट्रॉन्स होते हैं। एंटीमैटर के अणु में नेगेटिव चार्ज वाले न्यूक्लियर और पॉजिटिव चार्ज वाले इलेक्ट्रॉन्स होते हैं। यह एक तरह का ईंधन है, जिसका इस्तेमाल अंतरिक्ष यान और विमानों में किया जाता है। यह पृथ्वी या उसके वातावरण के आसपास कहीं नहीं मिलता। इसे लैब में तैयार किया जाता है। अब तक दुनिया में सिर्फ 10 नैनोग्राम एंटीमैटर ही बनाया गया है। इसका इस्तेमाल परमाणु हथियार बनाने के लिए भी किया जाता है।
यह अत्यंत प्रभावशाली और वैज्ञानिक प्रगति है कि CERN ने इतने मूल्यवान और नाजुक पदार्थ, एंटीमैटर के सुरक्षित परिवहन के लिए कंटेनर विकसित किया है। इस सफलता से न सिर्फ भौतिकी और ब्रह्मांड विज्ञान के क्षेत्र में नई संभावनाएं खुलेंगी, बल्कि अंतरराष्ट्रीय वैज्ञानिक समुदाय को भी भविष्य के अनुसंधान के लिए अहम संसाधन मिलने लगेंगे। एंटीमैटर की महंगाई और उसकी सुरक्षा के लिए बनाई गई तकनीकें विज्ञान की अद्भुत उपलब्धि हैं, जो यह दर्शाती हैं कि मानव जिज्ञासा और नवाचार की कोई सीमा नहीं।
इस कंटेनर के व्यावहारिक उपयोग और इसके व्यापक परीक्षणों पर विस्तृत रिपोर्ट आने वाली है, जिसमें यह स्पष्ट होगा कि क्या यह तकनीक बड़े पैमाने पर एंटीमैटर के परिवहन और भंडारण को व्यवहारिक बना पाएगी। इसके अलावा, हम CERN के वैज्ञानिकों से इस कंटेनर के डिज़ाइन और सुरक्षा उपायों पर विशेष बातचीत भी करवाएंगे, ताकि पता चले कि भविष्य में इस तकनीक का उपयोग किन-किन क्षेत्रों में हो सकता है।
एंटीमैटर के अध्ययन और सुरक्षित परिवहन का यह कदम अंतरिक्ष यात्रा, ऊर्जा उत्पादन और परमाणु हथियार नियंत्रण जैसे कई महत्वपूर्ण क्षेत्रों में क्रांतिकारी बदलाव ला सकता है। साथ ही, यह मानवता के लिए नए प्रकार के ईंधन के रूप में काम कर सकता है, जिससे अंतरिक्ष के गहरे रहस्यों तक पहुँच संभव हो सकेगी। इसके अलावा, इस कंटेनर की तकनीक भविष्य में नाजुक और खतरनाक पदार्थों के परिवहन के लिए भी आदर्श मॉडल बन सकती है।
Updated on:
25 May 2025 06:35 pm
Published on:
25 May 2025 03:31 pm