Bangladesh: शेख हसीना को बांग्लादेश की सत्ता से हटाने वाले नाहिद इस्लाम ने बीते शुक्रवार को अपनी नई राजनीतिक पार्टी की लॉन्चिंग की। जातीय नागरिक पार्टी नाम के इस सियासी दल ने अस्तित्व में आते ही भारत के खिलाफ बयानबाज़ी शुरू कर दी थी। नाहिद ने मंच से लोगों को संबोधन करते हुए कहा था कि इस देश में भारत और पाकिस्तान के समर्थन वाली राजनीति के लिए जगह नहीं है। पार्टी का लक्ष्य बांग्लादेश का पुनर्निर्माण करना है। वहीं अब नाहिद और उनकी इस पार्टी पर पूर्व प्रधानंमत्री शेख हसीना (Sheikh Hasina) के बेटे साजिद वाजेद का गुस्सा फूट पड़ा है। साजिद ने इस पार्टी को आतंकवादी संगठन करार दिया है।
साजिद ने कहा कि जिन लोगों ने अलोकतांत्रित तरीके से सत्ता हथियाई है वही आज लोकतंत्र की बात कर रहे हैं, नई पार्टी बना रहे हैं। ये आतंकवादियों का एक संगठन है। साजिद ने कहा कि वे बांग्लादेश के पुनर्निर्माण की बात कर रहे हैं। लेकिन ये वो सारे काम कर रहे हैं जो अतीत में फासीवादी तानाशाहों ने किया था।
बता दें कि नाहिद इस्लाम वही शख्स हैं जिन्होंने बांग्लादेश में 2024 में छात्र आंदोलन का नेतृत्व किया था। शेख हसीना के इस्तीफे की मांग इन्होंने ही उठाई थी, जिसके चलते छात्रों का आंदोलन ने एक हिंसक मोड़ ले लिया था। शेख हसीना के पद से हटने के बाद इन्होंने ही अंतरिम सरकार बनाने की अपील की थी। इसके बाद ये मोहम्मद यूनुस के नेतृत्व में बनी अंतरिम सरकार में शामिल हो गए है। लेकिन आरक्षण (Reservation Issue in Bangladesh) के मुद्दे पर असंतुष्ट होने के चलते उन्होंने अपने पद से इस्तीफा दे दिया और संयोजक बन गए।
बता दें कि आरक्षण वाले मुद्दे को लेकर छात्रों और छात्र संगठन में अभी भी नाराजगी है। शेख हसीना को पद से हटाने के बाद भी इसे अब तक सुलझाया नहीं जा सका है। ऐसे में अब भी आए दिन यूनुस सरकार के खिलाफ छात्र संगठन प्रदर्शन करते रहते हैं। इन छात्र नेताओं ने शेख हसीना की ही तरह यूनुस का भी तख्तापलट करने की धमकी तक दी है। अब इस नई पार्टी का गठन जातीय नागरिक समिति (JNC) और भेदभाव विरोधी छात्र आंदोलन (ADSM) के नेताओं ने की है ताकि जुलाई 2024 में हुए छात्र आंदोलन की लड़ाई जारी रखी जा सकते हैं।
Published on:
01 Mar 2025 04:36 pm