Europe Heatwave 2025: यूरोप और मध्य पूर्व के कई देश इन दिनों गंभीर हीटवेव (Europe heatwave 2025) से जूझ रहे हैं। कई जगहों पर तापमान 50 डिग्री सेल्सियस के पार चला गया है, जिससे लोगों की दिनचर्या और स्वास्थ्य पर गहरा असर पड़ा है। ईरान में इस साल का सबसे गर्म सप्ताह रिकॉर्ड किया गया है। मध्य पूर्व ईरान में जलवायु आपातकाल (Middle East climate emergency) जैसे हालात हैं । राजधानी तेहरान में तापमान 50 डिग्री (Iran temperature 50°C) पहुंच गया है। हालात इतने खराब हैं कि जल विभाग ने लोगों से पानी की खपत 20% कम करने की अपील की है, क्योंकि बांधों में पानी का स्तर सौ सालों में सबसे नीचे चला गया है।क्योंकि बांधों का जलस्तर ऐतिहासिक रूप से नीचे चला गया है।
ग्रीस के कई हिस्सों में हीटवेव के कारण जंगलों में आग भड़क उठी है। क्रेट द्वीप और एथेंस के पास लगी आग ने रिहायशी इलाकों को भी अपनी चपेट में ले लिया है। हजारों लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है।
तुर्की में पिछले कुछ दिनों में जंगलों में 761 बार आग लगी है। इज़मिर प्रांत में एक बुजुर्ग और एक वनकर्मी की मौत हो चुकी है। सरकार ने आपातकालीन टीमें तैनात की हैं।
स्पेन, इटली और फ्रांस जैसे देशों में हीटवेव से कम से कम 8 लोगों की जान जा चुकी है। कुछ क्षेत्रों में स्कूलों को बंद कर दिया गया है और पब्लिक एडवाइजरी जारी की गई हैं।
सोशल मीडिया पर यूज़र्स ने यूरोप और मिडिल ईस्ट की सरकारों से जलवायु संकट को लेकर ठोस कदम उठाने की मांग की है।
लोग हैरान हैं कि 2025 में भी तापमान 50 डिग्री पार हो रहा है, इसे "मानव इतिहास का जलवायु आपातकाल" बताया जा रहा है।
पर्यावरणविदों ने चेताया है कि ग्लोबल वॉर्मिंग के असर अब जीवन और बुनियादी सुविधाओं पर साफ दिखने लगे हैं।
–ईरान और ग्रीस की सरकारें हीटवेव से निपटने के लिए और क्या आपात योजना बना रही हैं?
–यूरोप में जंगल की आग के चलते एयर क्वॉलिटी कितनी खराब हुई है?
–बच्चों और बुजुर्गों की सुरक्षा के लिए किन देशों ने स्कूल या सार्वजनिक स्थलों को बंद किया है?
–क्या इन हालातों से टूरिज्म और एयर ट्रैवल इंडस्ट्री पर असर पड़ेगा?
जल संकट: ईरान जैसे देशों में जलाशयों के सूखने से पानी को लेकर जल्द ही बड़ा संकट खड़ा हो सकता है।
टूरिज्म इंडस्ट्री पर असर: ग्रीस, स्पेन और इटली जैसे पर्यटन स्थलों में पर्यटकों की संख्या में भारी गिरावट संभव है।
हैल्थ इमरजेंसी: हीट स्ट्रोक और डीहाइड्रेशन के मामले तेजी से बढ़े हैं, अस्पतालों पर दबाव।
क्लाइमेट पॉलिसी: क्या COP29 जैसे मंचों पर अब केवल चर्चाओं से ज्यादा ठोस कार्रवाई की उम्मीद की जा सकती है?
इनपुट क्रेडिट: एथेंस की राष्ट्रीय वेधशाला, ईरानी मौसम विज्ञान संगठन, तुर्की आपातकालीन प्रतिक्रिया इकाई।
Updated on:
23 Jul 2025 01:57 pm
Published on:
21 Jul 2025 08:41 pm