पालक, चौलाई, मैथी और लाल भाजी यहाँ लोगों की रोज़मर्रा की पसंद हैं।
इनमें से बोहार भाजी खास स्वाद और पहचान के कारण अलग स्थान रखती है।
बाजार में इसकी कीमत 400 रुपए किलो तक पहुँच जाती है।
छत्तीसगढ़ का भौगोलिक स्वरूप-मैदानी और जंगली इलाकों का मिश्रण-भाजियों की विविधता को बढ़ाता है।
बोहार भाजी कोमल पत्तों और कलियों से मिलकर बनती है।
इसे खाने योग्य बनाने के लिए फूल बनने से पहले तोड़ना जरूरी होता है।