छत्तीसगढ़ में पूर्व की तरह जूट की खेती फिर से शुरू करने का आह्वान किया।
किसान खरीफ में चावल उगाने से पहले ग्रीष्मकालीन फसल के रूप में जूट की खेती कर सकते हैं।
किसानों को पारिश्रमिक मिलेगा और उनकी आजीविका में सुधार होगा।
सम्मेलन में धमतरी और रायपुर के 30 किसानों ने कार्यक्रम में सक्रिय रूप से भाग लिया।
मौसम में धमतरी जिले में 4 एकड़ भूमि पर जूट की खेती चल रही है।