ग्वालियर

सिंधिया राजघराने की शाही परंपरा


Avantika Pandey

3 October 2025

मध्यप्रदेश के ग्वालियर में रियासतकालीन परंपराओं का निर्वहन आज भी जारी है। सिंधिया राजघराने में विजयादशमी पर्व पर शमी पूजन की परंपरा है।

दशहरे के उपलक्ष्य में सिंधिया सुबह राजसी पोशाक में गोरखी स्थित अपने कुलदेवता की पूजा-अर्चना करने पहुंचे। यहां देवघर में सिंधिया ने पुत्र सहित कुलदेवता की पारंपरिक तरीके से पूजा की। इसके बाद शाम में शमी पूजन किया।

विजयादशमी पर 300 सालों से चली आ रही शमी पूजन की परंपरा का केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया(Jyotiraditya Scindia) ने शाही अंदाज में निर्वाह किया।

गुरुवार को केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने इस परंपरा का निर्वाह करते हुए शाम को मांढरे की माता मंदिर पर परंपरा अनुसार राजसी पोशाक में शमी पूजन किया।

पूजन उपरांत उन्होंने राजघराने की तलवार से शमी वृक्ष से परंपरा के अनुसार स्पर्श किया। स्पर्श करते ही वहां मौजूद लोगों ने शमी की पत्तियों को लूटा और सिंधिया को भेंट की। सोने का स्वरूप मानी जाने वाली इन शमी की पत्तियों को मराठा सरदारों ने लूटा।

इस शाही परंपरा(Scindia Shami Pujan) के दौरान सिंधिया के साथ उनके पुत्र महाआर्यमन भी मौजूद थे।