monsoon update: मंगलवार को विदिशा जिले में सुबह से शुरू हुई बारिश ने धीरे-धीरे विकराल रूप ले लिया। करीब 16 घंटे तक अनवरत चली बारिश ने पूरे जिले को अस्त-व्यस्त कर दिया। नदियों और नालों के उफान पर आने से गांव और शहरों के बीच संपर्क टूट गया। शहर की गलियों से लेकर पॉश कॉलोनियों तक पानी भर गया।
मौसम विभाग ने इस बारिश को सीजन की सबसे भीषण बारिश बताया है। मंगलवार को जिले में औसतन 110 मिमी बारिश दर्ज की गई। यह इस सीजन की सबसे ज्यादा वर्षा रही और इससे जनजीवन पूरी तरह ठहर सा गया। हालांकि, आज यानी बुधवार को बेतवा खतरे के निशान से 3 फीट नीचे बह रही है। राहत बचाव कार्य आज भी चल रहा। (flood threat)
बुधवार को गुलाबगंज तहसील के ग्राम सुमेरबर्री में बेतवा नदी के जलस्तर में अचानक बढ़ोतरी से बाढ़ जैसी स्थिति बन गई थी। गांव में तीन पुरुष, तीन महिलाएं और एक बच्चा फंस गए। जैसे ही सूचना मिली, सीईओ जनपद पंचायत ग्यारसपुर ने जिला कमांडेंट होमगार्ड मयंक कुमार जैन को सूचित किया।
इसके बाद मयंक जैन के निर्देशन में ASI लक्ष्मीनारायण विश्वकर्मा की अगुवाई में SDERF और होमगार्ड की टीम मौके पर पहुंची। सूझबूझ और तेजी से कार्रवाई करते हुए सभी सातों लोगों को सुरक्षित रेस्क्यू कर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया।प्रभावितों के लिए अस्थायी कैंप बनाए गए हैं जहां भोजन, कपड़े और स्वास्थ्य जांच की व्यवस्था की गई है। (rescue operations underway)
विदिशा शहर समेत सिरोज, लटेरी, शमशाबाद, गंजबासौदा और कुरवाई जैसे क्षेत्रों में ड्रेनेज सिस्टम पूरी तरह फेल हो गया। नीमताल, कागदीपुरा, बंटीनगर, तलैया मोहल्ला और सुभाषनगर जैसी कॉलोनियों के घरों में तक पानी भर गया। लोग घरों में कैद होकर रह गए।
जिले के अधिकांश माइनर टैंक फुल हो चुके हैं। बर्घरू बांध के तीन गेट खोल दिए गए हैं, जिससे नदी का जलस्तर और बढ़ गया है। केथन और रेहटी बांध भी 35% तक भर चुके हैं। चरणतीर्थ घाट पर बेतवा नदी का पुराना पुल डूब गया है और बड़े पुल से ही आवाजाही हो रही है।
लटेरी और सिरोज क्षेत्र में सबसे ज्यादा प्रभाव देखा गया है। यहां करीब 40 पुल-पुलियां जलमग्न हो गईं, जिससे लगभग 200 गांवों का संपर्क टूट गया है। नटेरन क्षेत्र में बाह नदी का पुल डूबने से अशोक नगर जिले से संपर्क बंद हो गया। बरखेड़ा जागीर, दनवास, सगड़, आनंदपुर, हैदरगढ़, शमशाबाद, गुलाबगंज जैसे क्षेत्रों में नदियों-नालों के उफान पर आने से आवागमन ठप हो गया।
जिला प्रशासन ने बारिश और जलभराव को देखते हुए रेड अलर्ट जारी कर दिया है। नागरिकों से अपील की गई है कि जलमग्न क्षेत्रों में न जाएं और किसी भी आपात स्थिति में टोल फ्री नंबर 1070/1079 पर संपर्क करें। मौसम विभाग के डॉ. सत्येंद्र एस. तोमर ने बताया कि अगले कुछ दिनों तक बारिश जारी रहने की संभावना है, इसलिए सतर्कता बेहद जरूरी है।
Published on:
30 Jul 2025 04:31 pm