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चेन्नई-हैदराबाद में ईडी की छापेमारी, 200 करोड़ की बैंक धोखाधड़ी जांच

चेन्नई. प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) गुरुवार को चेन्नई समेत दक्षिणी राज्यों में काफी सक्रिय रहा। उसकी कार्रवाई बैंक धोखाधड़ी और आंध्रप्रदेश के कथित हजारों करोड़ों के शराब घोटाले में कालाधन शोधन को लेकर था। दोनों ही कार्रवाइयों में राजनेता निशाने पर थे। बता दें कि तमिलनाडु में अगले साल राज्य विधानसभा चुनाव होना है। ईडी ने […]

चेन्नई. प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) गुरुवार को चेन्नई समेत दक्षिणी राज्यों में काफी सक्रिय रहा। उसकी कार्रवाई बैंक धोखाधड़ी और आंध्रप्रदेश के कथित हजारों करोड़ों के शराब घोटाले में कालाधन शोधन को लेकर था। दोनों ही कार्रवाइयों में राजनेता निशाने पर थे। बता दें कि तमिलनाडु में अगले साल राज्य विधानसभा चुनाव होना है। ईडी ने चेन्नई और हैदराबाद सहित कई शहरों में छापेमारी की। यह कार्रवाई 200 करोड़ रुपए की बैंक धोखाधड़ी और बेनामी संपत्तियों की जांच के तहत तमिलनाडु की पूर्व मुख्यमंत्री जयललिता की करीबी सहयोगी शशिकला और अन्य के खिलाफ की जा रही है।

सूत्रों के अनुसार, चेन्नई और हैदराबाद में कम से कम 10 परिसरों पर छापे मारे गए। ये परिसर मार्ग ग्रुप के जीआरके रेड्डी से जुड़े बताए जाते हैं। रेड्डी को शशिकला का कथित बेनामी बताया गया है। रेड्डी के सईदापेट आवास तो पुरुषवाक्कम में ज्वेलरी कारोबारी मोहन के आवास पर सशस्त्र पुलिस के साथ टीम ने दबिश दी।

यह मामला केनरा बैंक के साथ हुई 200 करोड़ रुपए की कथित धोखाधड़ी से संबंधित है। इस मामले में केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो ने प्राथमिकी दर्ज की थी। हालांकि, शशिकला का नाम सीबीआइ की प्राथमिकी में नहीं है। अधिकारियों ने बताया कि बेनामी संपत्ति वह होती है जिसमें असली लाभार्थी का नाम संपत्ति के कागजों में दर्ज नहीं होता।

सूत्रों ने बताया कि आयकर विभाग ने पूर्व में आदेश जारी कर कहा था कि रेड्डी, मार्ग ग्रुप में शशिकला के लिए कुछ संपत्तियों के बेनामीदार हैं। जयललिता का निधन 5 दिसंबर 2016 को चेन्नई के एक निजी अस्पताल में 68 वर्ष की आयु में हुआ था।

शराब घोटाले की आंच तमिलनाडु में भी

प्रवर्तन निदेशालय ने आंध्र प्रदेश के कथित 3,500 करोड़ रुपए के शराब घोटाले की मनी लॉन्ड्रिंग जांच के तहत भी इसी दिन कई राज्यों में छापेमारी की। अधिकारियों के मुताबिक, यह घोटाला पूर्व वाईएसआरसीपी सरकार के दौरान हुआ था।

ईडी ने तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु, कर्नाटक और दिल्ली-एनसीआर में कम से कम 20 स्थानों पर छापे मारे। ये छापे उन संस्थाओं और व्यक्तियों के ठिकानों पर डाले गए जिन पर फर्जी या बढ़ा-चढ़ाकर बिल दिखाकर रिश्वत के भुगतान में मदद करने का आरोप है।

अधिकारियों ने जानकारी दी कि छापेमारी के दौरान एरेट इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज, श्री ज्वैलर्स एक्सिम्प, एन आर उद्योग एलएलपी, द इंडिया फ्रूट्स प्राइवेट लिमिटेड (चेन्नई), वेंकटेश्वरा पैकेजिंग, सुवर्ण दुर्गा बॉटल्स, राव साहेब बोरुगु महादेव ज्वैलर्स, उषोदया एंटरप्राइजेज और मोहन लाल ज्वैलर्स (चेन्नई) सहित कई ठिकानों की तलाशी ली गई है। अधिकारियों के अनुसार, कुछ अभियुक्तों के परिसरों की भी तलाशी ली गई। दोनों मामलों में प्रवर्तन निदेशालय की जांच जारी है।