यह बयान अफ़ग़ान विदेश मंत्री आमिर ख़ान मुत्तक़ी की ओर से पाकिस्तान और TTP (तेहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान) को लेकर दी गई सीधी और तीखी टिप्पणी है, जिसमें उन्होंने अफ़ग़ानिस्तान की भूमिका से इनकार करते हुए पाकिस्तान को आंतरिक समस्याओं पर ध्यान देने की सलाह दी है।
मुत्तक़ी ने कहा कि TTP की अफ़ग़ानिस्तान में कोई मौजूदगी नहीं है।
उन्होंने कहा कि पाकिस्तानी सेना के अभियानों के कारण कई लोग अफ़ग़ानिस्तान में शरणार्थी बनकर आए।
डूरंड रेखा (Afghanistan–Pakistan Border) पर नियंत्रण को उन्होंने असंभव बताया — “न चंगेज़ कर सका, न अंग्रेज़”।
पाकिस्तान पर सीधा सवाल: “अगर आपके पास सेना और ख़ुफ़िया एजेंसियाँ हैं, तो नियंत्रण क्यों नहीं कर पा रहे?”
पाकिस्तान से आह्वान: “हमें दोष देने के बजाय अपने अंदरूनी मामलों को संभालें।”