सुकमा . 11 दिनों तक चले श्री सहस्त्र चंडी महायज्ञ के अंतिम दिन विसर्जन में भव्य शोभायात्रा निकालकर मां भगवती धूमधाम से विदा किया गया। इस दौरान बड़ी संख्या में भक्तजन शामिल हुए। नगर के मुख्य सड़क में जगह-जगह डीजे के धुन में नृत्य करते हुए माता के जयकारों से नगर गूंज उठा। शुक्रवार को श्री सहस्त्र चंडी महायज्ञ के समापन के साथ ही विसर्जन का दौर प्रारंभ हुआ। सुकमा जिला मुख्यालय में स्थित राजवाड़ा मेला परिसर में 11 दिनों तक विधि-विधान के साथ सहस्त्र चंडी महायज्ञ आयोजन हुआ। वहीं इन 11 दिनों तक विशेष रुप से विधि-विधान के साथ पूजा अर्चना की गई। श्री सहस्त्र चंडी महायज्ञ का पूजा अर्चना संपन्न करवाने के लिए उत्तर प्रदेश से 35 विद्वान पंडितों का आगमन हुआ था जिनके द्वारा इन 11 दिनों तक विधि विधान के साथ पूजा-अर्चना कराई गई। इस दौरान रोजाना बड़ी संख्या में यज्ञशाला पहुंचकर भक्त पूजा अर्चना करने में जुटे रहे। विसर्जन के दिन बड़ी संख्या में श्रद्धालु इसमें शामिल हुए। शोभा यात्रा यज्ञ स्थल से प्रारंभ होकर नगर के मुख्य सड़क से शबरी नदी स्थित मुख्य घाट पहुंचकर मां भगवती की प्रतिमा को विधि विधान के साथ पूजा अर्चना कर विसर्जित किया। इसी के साथ श्रीसहस्त्र चंडी महायज्ञ का समापन हुआ।
वही विसर्जन से एक दिन पूर्व भव्य भंडारे का आयोजन समिति के द्वारा कराया गया था। जिसमें सैकड़ों की संख्या में श्रद्धालु जन शामिल होकर प्रसाद प्राप्त किए। सुकमा जिले में यह आयोजन पहली बार हुआ था। जिसको लेकर भक्तों में काफी उत्साह देखने को मिला।