इंदौर. इंदौर के स्थापना दिवस को गौरव दिवस के रूप में मनाया जाना है। 31 मई को होने वाले गौरव दिवस के पहले शहर में कई कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। इसी कड़ी में गुरूवार को नगर निगम ने जल बचाव का संदेश देते हुए जल महोत्सव मनाया। इस दौरान जहां पानी बचाने वालों का सम्मान किया गया। वहीं जल मार्च भी निकाला गया।
जल महोत्सव के तहत गुरूवार को गांधी हॉल में एक कार्यक्रम भी आयोजित किया गया। इसमें महापौर पुष्यमित्र भार्गव के साथ ही एमआइसी सदस्य और पार्षद भी मौजूद थे। इस दौरान जल महोत्सव एवं संवाद के तहत इंदौर आर्टिस्ट के कलाकारों ने इंदौर जल एंथम और जल संरक्षण थीम पर नृत्य की प्रस्तुति दी। इसके साथ ही जल संरक्षण में काम करने वाले रैन वाटर एक्सपर्ट एमजी सुरेश, जोनल अधिकारी गीतेश तिवारी, सतीश गुप्ता, वैभव देवलासे, आरएस देवड़ा, नरेन्द्र कुरील, के साथ ही रैनवाटर हार्वेस्टिंग के लिए काम करने वाले रोहित बोयल, घनश्याम वर्मा, नरेन्द्र भावसार, डीएस तोमर, रमेश बैस, सुधीर जोशी, रूपेश सूर्यवंशी, लक्ष्मीनारायण पानेरी, अनिल जायसवाल को सम्मानित किया गया। कार्यक्रम के दौरान महापौर भार्गव ने कहा कि हम सभी गौरवशाली है कि हम इंदौर जैसे शहर में रह रहे हैं, किंतु लगातार जो स्थिति सामने आ रही है, उसमें हमने सुधार नहीं किया, जल का संचय नहीं किया तो आने वाले केवल 15 से 20 सालों में शहर का भूजल स्तर खत्म होने की कगार पर होगा। पानी पर हमारा ही नहीं आने वाली पीढ़ी का भी अधिकार है जल संचयन आने वाली पीढ़ी के लिए बहुत ही आवश्यक है इसलिए हम सभी पानी को बचाने के लिए काम करना होगा।