इंदौर. नए संसद भवन की इमारत सेंट्रल विस्ता के उद्घाटन समारोह में राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू को नहीं बुलाने का विरोध कांग्रेस सहित अन्य राजनैतिक पार्टियां कर रही है। वहीं इसे कांग्रेस सांसद दिग्विजयसिंह ने राष्ट्रपति का अपमान और संविधान के आर्टिकल 79 का उल्लंघन बताया है।
विधानसभा चुनावों को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने शुक्रवार को मध्यप्रदेश के बड़े नेताओं की बैठक दिल्ली में बुलाई है। इसी बैठक में भाग लेने जाने के पहले इंदौर विमानतल पर सिंह ने पत्रकारों से चर्चा की। इस दौरान उन्होंने कांग्रेस का स्टैंड स्पष्ट करते हुए कहा कि हम नए संसद भवन का विरोध नहीं कर रहे हैं। उसमें राष्ट्रपति, जो कि पहली आदिवासी महिला है, उनको न बुलाना इस पद का अपमान है। यह संविधान के आर्टिकल 79 का उल्लंघन है। जिसमें प्रावधान है, कि संसद का कोई भी कार्य, राष्ट्रपति की बिना सहमति से नहीं हो सकता। इसलिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जो कुछ किया, वह उनकी भूल है। अभी भी समय है कि नए संसद भवन का उद्घाटन राष्ट्रपति के हाथों करवाया जाए। वहीं मप्र में भाजपा में बदलाव और उठापटक की खबरों के बीच सिंह ने कहा कि उनका वो जाने, मेरा वहां कोई उम्मीदवार नहीं है।