मशहूर गायक जुबीन गर्ग की मौत के मामले में जांच तेज़ हो गई है। अब तक इस केस में कुल पांच लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है, जिनमें सबसे नया नाम जुड़ा है—संदीपन गर्ग का, जो असम पुलिस में डिप्टी सुपरिंटेंडेंट हैं। जुबीन गर्ग की मौत 19 सितंबर को सिंगापुर में हुई थी। जब वो नॉर्थ ईस्ट इंडिया फेस्टिवल के लिए सिंगापुर गए थे। उसी दौरान वे एक यॉट पार्टी में तैरने गए और फिर उनका शव पानी में उल्टा तैरता हुआ मिला। इस घटना के बाद से उनकी मौत को लेकर कई सवाल उठे।
दरअसल संदीपन गर्ग जुबीन के रिश्तेदार हैं जो उनके साथ ही सिंगापुर की यात्रा पर गए थे। ये उनकी पहली विदेश यात्रा थी। जुबीन की मौत के बाद, उनके कुछ निजी सामान… वही भारत लेकर लौटे थे। संदीपन ने दावा किया था कि उन्होंने SIT की जांच में पूरा सहयोग किया है। लेकिन पांच दिनों तक चली पूछताछ के बाद, पुलिस को उन पर संदेह हुआ और आखिरकार उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। 8 अक्टूबर की सुबह उन्हें कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उन्हें सात दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया गया है। SIT ने कोर्ट से 14 दिन की हिरासत मांगी थी, लेकिन फिलहाल सात दिन की मंज़ूरी मिली है।
SIT का नेतृत्व कर रहे असम CID के स्पेशल डायरेक्टर जनरल मुन्ना गुप्ता ने बताया कि गिरफ्तारी आज हुई है, इसलिए अब आगे की कार्रवाई संबंधित विभाग करेगा। यानी, अभी तक संदीपन गर्ग को निलंबित नहीं किया गया है, लेकिन आगे क्या होगा, इसका फैसला विभाग लेगा। इससे पहले 2 अक्टूबर को जुबीन गर्ग के साथी कलाकारों—शेखर ज्योति गोस्वामी और अमृतप्रवा महांता को गिरफ्तार किया गया था। दोनों यॉट पार्टी में मौजूद थे। जानकारी के मुताबिक, शेखर जुबीन के बेहद पास तैर रहे थे और अमृतप्रवा मोबाइल से वीडियो रिकॉर्ड कर रही थीं।
इसी दिन, जुबीन गर्ग के मैनेजर सिद्धार्थ शर्मा और फेस्टिवल के आयोजक श्यामकनु महांता को भी गिरफ्तार किया गया था। इन सभी आरोपियों पर हत्या, गैर इरादतन हत्या, आपराधिक साजिश और लापरवाही से मौत का कारण बनने जैसी गंभीर धाराएं लगाई गई हैं। जांच अभी जारी है, SIT की टीम हर पहलू को ध्यान से देख रही है। जुबीन गर्ग की रहस्यमयी मौत ने सिर्फ उनके फैंस को ही नहीं, बल्कि पूरे राज्य को झकझोर कर रख दिया है।