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शिवदासपुरा. मानसून में भले ही नदियों से बजरी खनन पर रोक लगी हुई है, लेकिन शहर में अवैध बजरी का कारोबार धड़ल्ले से जारी है। बनास व अन्य नदियों से ट्रैक्टर-ट्रॉली के जरिए बजरी का अवैध खनन और परिवहन किया जा रहा है। इससे न केवल पर्यावरण को गंभीर नुकसान हो रहा है, बल्कि सरकार को रोजाना लाखों-करोड़ों रुपए के राजस्व का भी चूना लग रहा है। शहर के रिंग रोड, टोंक रोड, वाटिका रोड, बीलवा, सूरजपुरा व भाटावाला क्षेत्र में बजरी से भरे ट्रैक्टर और ट्रक खुलेआम खड़े रहते हैं। इन इलाकों में जमीन किराए पर लेकर बजरी के बड़े-बड़े ढेर लगाए गए हैं, जहां से प्रतिदिन भारी मात्रा में बजरी की सप्लाई की जा रही है।
ट्रक-डंपरों की लंबी कतार, आमजन हो रहा परेशान
इन स्थानों पर अवैध बजरी के वाहनों की लंबी कतारों के चलते आमजन को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। खासकर रिंग रोड के सूरजपुरा भाटावाला कट व टोंक रोड बीलवा के पास बजरी से भरे ट्रक, ट्रैक्टर व डम्पर सड़क किनारे खड़े रहते हैं, जिससे वहां से गुजरने वाले वाहन चालकों को जाम जैसी स्थिति का सामना करना पड़ता है। राहगीरों के लिए दोनों तरफ से निकलना मुश्किल हो गया है।
जानकारी के बाद भी जिम्मेदार नहीं कर रहे कार्रवाई
स्थानीय लोगों के अनुसार बजरी माफिया स्थानीय सहयोग से अवैध तरीके से बजरी का परिवहन किया जा रहा है। आश्चर्य की बात यह है कि इस अवैध गतिविधि की जानकारी पुलिस और आरटीओ तक को है, फिर भी कोई ठोस कार्रवाई नहीं की जा रही। स्थानीय लोगों और जागरूक संगठनों ने प्रशासन से जल्द से जल्द सख्त कार्रवाई की मांग की है।