(आज का पंचांग – शनिवार, 16 अगस्त, 2025)
विक्रम संवत् – 2082
संवत्सर नाम – सिद्धार्थ
शक संवत् – 1947
हिजरी सन् – 1447
मु. मास – 21 सफ़र
अयन – दक्षिणायन
ऋतु – वर्षा ऋतु
मास – भाद्रपद
पक्ष – कृष्ण
श्रेष्ठ चौघड़िये – आज शुभ का चौघड़िया 7:40 से 9:17 तक रहेगा। चर, लाभ, अमृत के चौघड़िये क्रमशः 12:31 से 5:23 तक रहेंगे। इन चौघड़ियों में शुभ कार्य प्रारम्भ किए जा सकते हैं।
तिथि – अष्ठमी तिथि रात्रि 9:35 तक होगी तदुपरान्त नवमी तिथि होगी।
दिशा शूल – आज पूर्व दिशा में दिशा शूल रहेगा। इसलिए आज पूर्व दिशा में यात्रा नहीं करनी चाहिए।
राहु काल वेला – (मध्यमान से) दिन 9:00 से 10:30 तक
नक्षत्र – भरणी नक्षत्र प्रातः 6:06 तक होगा तदुपरान्त कृत्तिका नक्षत्र प्रातः 4:39 तक होगा तदुपरान्त रोहिणी नक्षत्र होगा।
योग – वृद्धि योग प्रातः 7:21 तक रहेगा तदुपरान्त ध्रुव योग प्रातः 4:28 तक रहेगा तदुपरान्त व्याघात योग रहेगा।
करण – बालव करण दिन 10:42 तक तदुपरान्त कौलव करण रहेगा।
विशिष्ट योग – ज्वालामुखी योग प्रातः 6:06 से प्रातः 9:35 तक व पुनः: प्रारंभ अंतरात 4:39 से, सर्वार्थसिद्धि व अमृतसिद्धि योग अंतरात 4:39 से सूर्योंदय तक,
व्रत / दिवस विशेष – सूर्य सिंह संक्रांति, भाद्रपद संक्रांति, पुण्यकाल अगले दिन, जन्माष्टमी व्रत (वैष्णव), मन्वादि, कालाष्टमी, दुर्वाष्टमी व्रत, संत ज्ञानेश्वर जयंती, अटल बिहारी वाजपेयी पुण्य दिवस, अश्वत्थ मारुति पूजन,
चन्द्रमा – आज दिन 11:44 तक मेष राशि में होगा तदुपरान्त वृष राशि में प्रवेश होगा ।
ग्रह का राशि /नक्षत्र परिवर्तन – सूर्य मघा नक्षत्र सिंह राशि में प्रवेश रात्रि 1:53 पर
आज जन्म लेने वाले बच्चे – आज दिन 11:44 तक जन्म लेने वाले बच्चों की राशि मेष होगी तदुपरान्त वृष राशि होगी। आज प्रातः 6:06 तक भरणी नक्षत्र होगा तदुपरान्त कृत्तिका नक्षत्र प्रातः 4:39 तक होगा तदुपरान्त रोहिणी नक्षत्र होगा।
आज जन्मे बच्चों का स्वर्ण पाद होगा। आज जन्म लेने वाले बच्चों के प्रथम नामाक्षर लो, अ, इ, उ, ए, ओ पर रखे जा सकते हैं।
मेष राशि अग्नि तत्त्व व क्षत्रिय स्वभाव राशि है। इसके स्वामी ग्रह मंगल हैं। इस राशि में जन्मे बच्चे दबंग, साहसी, कुटुंब का पालन करने वाले, कार्यारम्भ में रूचि रखने वाले, हमेशा सक्रिय, चुनौतियों को स्वीकार करने वाले, जुझारू और थोड़े जल्दबाज होते हैं। शारीरिक सौष्ठव को बनाये रखने के लिए सदा क्रियाशील रहते हैं।
पंडित मुकेश भारद्वाज, ज्योतिर्विद व वास्तुविद्