उत्तर प्रदेश में लगातार हो रही बारिश ने हालात बिगाड़ दिए हैं। कई जिलों में बाढ़ जैसी स्थिति बन चुकी है, जिससे लोगों का जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ है। भारी बारिश के कारण निचले इलाकों में पानी भर गया है और कई जगहों पर लोगों को अपने घर छोड़कर ऊंचाई वाली जगहों पर शरण लेनी पड़ रही है। वहां भी उन्हें खाने-पीने की समस्या का सामना करना पड़ रहा है। मवेशी भी भूखे-प्यासे हैं और मदद का इंतजार कर रहे हैं।
बारिश के कारण गंगा, यमुना, रामगंगा, गोमती और शारदा जैसी प्रमुख नदियां उफान पर हैं। कानपुर, वाराणसी, प्रयागराज, बहराइच, बलरामपुर और लखीमपुर खीरी जैसे शहरों में बाढ़ का पानी घुस चुका है। प्रदेश में बीते 24 घंटे में बारिश और इससे जुड़ी घटनाओं में 12 लोगों की मौत हो चुकी है। इन हालात को देखते हुए सरकार ने कई जिलों में स्कूलों को बंद करने का आदेश दिया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हालात को गंभीरता से लेते हुए मंत्रियों को राहत कार्यों के लिए सीधे मैदान में उतरने को कहा है, ताकि लोगों को जरूरी मदद जल्द मिल सके। प्रशासन और राहत टीमें अलर्ट मोड पर हैं।
मौसम विभाग ने राज्य के कई जिलों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है, जिनमें सहारनपुर, मुजफ्फरनगर, मेरठ, नोएडा, हरदोई, आगरा, फिरोजाबाद, मैनपुरी, कानपुर, लखनऊ, बाराबंकी, अमेठी, बदायूं, झांसी, महोबा जैसे जिले शामिल हैं। इन इलाकों में तेज बारिश और गरज-चमक के साथ तूफान की संभावना जताई गई है। गोरखपुर और कुशीनगर जैसे जिलों में येलो अलर्ट जारी किया गया है, जहां बिजली गिरने और गरज के साथ बारिश हो सकती है।
4 और 5 अगस्त को प्रदेश के कई हिस्सों में मौसम बिगड़ा रह सकता है। आसमान में बादल छाए रहेंगे, गरज के साथ हल्की से मध्यम बारिश और बिजली चमकने की आशंका है। तापमान में भी गिरावट देखने को मिलेगी। ऐसे में लोगों को सलाह दी गई है कि बेवजह घर से बाहर न निकलें और मौसम विभाग व प्रशासन के निर्देशों का पालन करें।
Published on:
04 Aug 2025 05:42 pm