simhastha kumbh mela: आखिरकार लंबे इंतजार के बाद दताना में एयरपोर्ट बनने की राह प्रशस्त हो गई। केंद्र सरकार ने एयरपोर्ट निर्माण की स्वीकृति दे दी है। यहां 950 मीटर लंबे रन-वे को दोगुना कर 1800 मीटर किया जाएगा। इसके लिए हवाईपट्टी के पास अतिरिक्त जमीन अधिग्रहण की जाएगी। इसके लिए 250 करोड़ रुपए से अधिक की राशि खर्च होगी। एयरपोर्ट को सिंहस्थ के पहले तैयार किया जाएगा ताकि यहां बड़े विमान भी उतर सकें।
दताना हवाई पट्टी को एयरपोर्ट में तब्दील करने की कवायद चार वर्ष पहले शुरू हुई थी। केंद्रीय उड्डयन मंत्री रहते ज्योतिरादित्य सिंधिया ने एयरपोर्ट बनाने के निर्देश दिए थे। पीडब्ल्यूडी ने एयरपोर्ट विकास के लिए भूमि की जरूरत और अन्य विकास कार्य पर रिपोर्ट तैयारी की। एविएशन विभाग की टीम ने गत वर्ष हवाई पट्टी का निरीक्षण कर रिपोर्ट तैयार की थी।
वहीं नई दिल्ली से एविऐशन विभाग ने एयरपोर्ट निर्माण की स्वीकृति पत्र प्रदेश सरकार को भेज दिया। प्रदेश सरकार ने कलेक्टर को पत्र भेजकर एयरपोर्ट निर्माण के लिए भू-अर्जन व अन्य तैयारी करने के निर्देश दिए हैं। दताना हवाईपट्टी को एयरपोर्ट में तब्दील करने के लिए रन-वे को दोगुना किया जाएगा।
वर्तमान में 950 मीटर का रनवे है। इसे बढ़ाकर 1800 मीटर का किया जाएगा। इसके लिए करीब 252 एकड़ के करीब भूमि की जरूरत बताई गई थी। ऐसे में प्रशासन की ओर से भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया पूरी होने पर एयरपोर्ट निर्माण की तैयारी शुरू होगी। इसके निर्माण में करीब 250 करोड़ रुपए से अधिक की राशि खर्च होगी।
वर्तमान में दताना हवाईपट्टी पर 95 एकड़ भूमि है। यहां पर रनवे 13/31 का आयाम 1077 बाय 23 मीटर है। इसके अलावा 28 बाय 40 मीटर का एप्रेन उपलब्ध है। यह रनवे पर कोड-ए यानी प्रशिक्षण विमान के लिए ही उपयुक्त है। एयरपोर्ट के रूप में विकसित होने पर 252 एकड़ की जमीन की आवश्यकता होगी। एयरपोर्ट विकसित होने के बाद यहां भविष्य में एयर बस 320 विमान के परिचालन के लिए 207 एकड़ भूमि की अतिरिक्त आवश्यकता रहेगी।
धार्मिक पर्यटन: श्री महाकाल लोक के निर्माण के बाद शहर में धार्मिक पर्यटन में तेेजी से बढ़ोतरी होगी। ऐसे में देशभर से आने वाले यात्रियों को शहर में एयरपोर्ट की सुविधा मिलती है, तो उन्हें इंदौर नहीं जाना पड़ेगा।
औद्योगिक क्षेत्र : विक्रम उद्योगपुरी के साथ बड़ी इंडस्ट्री की स्थापना हुई है। हवाई सुविधा से उद्योग को फायदा मिलेगा और नए उद्योग भी आएंगे। भविष्य में कार्गो की संभावना भी तलाशी जा सकती हैं।
सिंहस्थ महापर्व: सिंहस्थ 2016 में हवाई सुविधाओं की जरूरत महसूस हुई थी। उस समय यात्री इंदौर एयरपोर्ट से व्हाया सड़क मार्ग शहर पहुंचे थे। सिंहस्थ 2028 के सिंहस्थ में 40 करोड़ से अधिक तीर्थयात्रियों के आने की संभावना है। एयरपोर्ट सुविधा होने से बड़ी संख्या में यात्री सीधे शहर में उतर सकेंगे।
देवास रोड का विकास: दताना-मताना हवाई पट्टी एयरपोर्ट के रूप में विकसित होती है, तो देवास रोड का भी विकास होगा। इस क्षेत्र में एयरपोर्ट के नजदीक होटल, ट्रासंपोर्ट सहित अन्य सुविधाओं के लिए निवेश होगा। क्षेत्र में एक नया शहर भी आकार लेगा।
दताना हवाई पट्टी को एयरपोर्ट के रूप में विकसित करने की स्वीकृति मिल गई है। आगामी दिनों में भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरू करेंगे। सिंहस्थ से पहले एयरपोर्ट तैयार किया जाएगा।
-रौशनकुमार सिंह, कलेक्टर
Updated on:
14 May 2025 04:29 pm
Published on:
14 May 2025 04:24 pm