टोंक। बनास नदी पर ईसरदा बांध का निर्माण करीब-करीब पूरा हो चुका है। वहीं इस साल मानसून की मेहरबानी के चलते जमकर पानी बरसा है। लेकिन यह पानी अभी जनता के काम नहीं आ पाएगा क्यों कि अभी तो सिर्फ टेस्टिंग की जा रही है। अब तक बीसलपुर बांध से इतना पानी छोड़ा जा चुका है कि ईसरदा बांध दो बार भर जाता। लेकिन गेट खुले रहने पर यह पानी बनास नदी में बह गया है।
सवाईमाधोपुर व दौसा जिले के 1079 गांवों में पेयजल को लेकर 1856 करोड़ रुपए की लागत से ईसरदा बांध का निर्माण कराया गया है। इस बांध से जयपुर के रामगढ़ बांध में भी पानी डाला जाएगा। अभी पेयजल लाइनों का कार्य शुरू नहीं हुआ है। ऐसे में यह तो साफ है कि जनता को इस साल ईसरदा बांध से पीने का पानी नहीं मिलेगा।
पेयजल परियोजना के तहत ईसरदा मुख्य बांध निर्माण को लेकर ईसरदा काफर बांध का कार्य 2008 में ही 40 करोड़ की लागत से पूर्ण कर लिया था। इसके बाद कार्य वन भूमि परिवर्तन, मुआवजा राशि वितरण व बजट आवंटन प्रक्रिया की कार्य शिथिलता के चलते ठंडे बस्ते में पड़ा रहा।
वहीं 2019 से बांध निर्माण कार्य की प्रक्रिया शुरू हुई। निर्माण कार्य पहले सितंबर 2023 में पूरा करना था। लेकिन इसे बढ़ाकर अगस्त 2024 तक किया गया था। इसके बाद भी इस अवधि में निर्माण पूरा नहीं हो पाया और अब जाकर वर्ष 2025 में काम पूरा हो सका है।
बीसलपुर बांध के गेट खोलकर बनास नदी में पानी छोड़ना जारी है। यह पानी ईसरदा बांध से गुजर रहा है। ईसरदा बांध में 27 गेट बंद कर पानी रोका है। जबकि एक गेट से पानी बह रहा है।
Updated on:
06 Aug 2025 03:25 pm
Published on:
06 Aug 2025 03:22 pm