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Tonk: अब महात्मा गांधी स्कूल की छत से गिरा प्लास्टर तो मच गया हड़कंप, अफरा-तफरी में बाहर भागे बच्चे

Mahatma Gandhi School Roof Plaster Fell: कई छात्र तो पोषाहार बनाने वाली रसोई पर होकर छत से नीचे कूद गए तथा स्कूल में मची अफरा-तफरी और कूदते बच्चों को देखकर स्कूल स्टाफ भी घबरा गया।

टोंक

Akshita Deora

Aug 14, 2025

राजकीय महात्मा गांधी विद्यालय में बरामदे की छत से गिरा प्लास्टर

Rajasthan News: महात्मा गांधी राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय दत्तवास की दूसरी मंजिल के बरामदे के छत का प्लास्टर का एक बड़ा हिस्सा गिरने से स्कूल में हड़कंप मच गया। प्लास्टर गिरने की तेज आवाज के बाद देखते ही देखते विद्यार्थी कक्षा-कक्षों से बाहर निकल इधर-उधर भागने लगे। इससे स्कूल में अफरा-तफरी मच गई।

बच्चों के चिल्लाने की आवाज सुनकर आसपास के लोग एकत्रित हो गए। कई बच्चे घबरा कर ऊपर से नीचे कूद गए। लेकिन कोई हताहत नहीं हुआ। इससे राजकीय महात्मा गांधी विद्यालय में बड़ा हादसा टल गया।

विद्यार्थियों के अनुसार बुधवार को रोज की तरह स्कूल में कक्षाएं चल रही थी। सुबह करीब 11:40 बजे कक्ष-कक्षों के बाहर बने बरामदे की छत का प्लास्टर धड़ाम से गिर गया। उसकी आवाज सुनकर विद्यार्थी कक्षा-कक्षों से बाहर आ गए और छत से गिरे प्लास्टर को देखकर इधर-उधर दौड़ने लगे।

कई छात्र तो पोषाहार बनाने वाली रसोई पर होकर छत से नीचे कूद गए तथा स्कूल में मची अफरा-तफरी और कूदते बच्चों को देखकर स्कूल स्टाफ भी घबरा गया। शिक्षकों ने तुरंत बच्चों को दूसरी मंजिल से नीचे उतारा और सभी स्कूल ग्राउंड में एकत्रित किया।

स्कूल में मची अफरा-तफरी से आसपास के ग्रामीण एकत्रित होने लगे। इस दौरान स्टाफ ने आपस में चर्चा की और प्रिंसिपल ने स्कूल के बच्चों की छुट्टी करने का निर्णय लिया। स्कूल में छत का प्लास्टर गिरने की खबर गांव में आग की तरह फैल गई। ग्रामीण स्कूल के बाहर एकत्रित होने लगे।

मौके पर पहुंचे उपसरपंच गुमान सिंह नेतृत्व में ग्रामीणों ने आक्रोश जताते हुए बताया कि स्कूल में करीब आठ वर्ष पूर्व ऊपर की मंजिल बनी थी। ऊपर की मंजिल के निर्माण के दौरान ठेकेदार व विभाग के अधिकारियों की मिलीभगत से भवन में घटिया सामग्री से निर्माण करवाया। जिससे आज एक बड़ा हादसा होते होते टल गया।

उपसरपंच ने बताया कि उक्त स्कूल भवन में कई जगह दरारें पड़ी हैं। समय रहते स्कूल भवन की मरम्मत करवाना आवश्यक है। स्कूल भवन निर्माण ठेकेदार और जिम्मेदार अधिकारियों के विरुद्ध कठोर कार्रवाई की जिला प्रशासन से मांग की है। ग्रामीण ने बताया कि घटना की सूचना के बाद मौके पर शिक्षा विभाग, उपखंड प्रशासन और पुलिस प्रशासन के नहीं पहुंचने पर आक्रोश जताया।

भगदड़ व कूदने से भी हो सकता था हादसा

ग्रामीणों ने बताया कि स्कूल में छत का प्लास्टर गिरने से घबराए बच्चे झालावाड़ में हुए हादसे के डर से इधर-उधर भागने लगे तथा नीचे कूद गए जिससे स्कूल में एक और हादसा होते-होते टल गया। भगदड़ और नीचे कूदने से बच्चों के कुछ नहीं हुआ।
भगदड़ को स्कूल प्रशासन ने तत्काल संभाल लिया अन्यथा एक बड़ी घटना घट सकती थी।