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पवन कल्याण के साथ हुआ था घोर अन्याय! आज भी इस बात का है अफसोस

पवन कल्याण ने चुप्पी तोड़ी है। अपनी पुरानी दिनों को याद करते हुए उन्होंने एक इवेंट में बताया कि उनके साथ कितना भेदभाव किया गया था।

मुंबई

Saurabh Mall

Jul 22, 2025

Pawan Kalyan
पवन कल्याण का टूटा ‘सब्र का बांध’; जानिए एक्टर ने क्या बोला?

Pawan Kalyan: साउथ स्टार पवन कल्याण एक बार फिर सुर्खियों में हैं। एक्टर ने हाल ही में अपनी अपकमिंग फिल्म ‘हरि हर वीरा मल्लू’ के एक कार्यक्रम में पहुंचे। जहां उन्होंने तंज कसते हुए पुरानी सरकार पर निशाना साधा।

उन्होंने कहा कि उस दौरान उनकी फिल्मों के टिकट सिर्फ 10 रुपए में बेचे गए, जबकि बाकी अभिनेताओं की फिल्मों के टिकट 100 रुपए में बिके। पवन कल्याण ने कहा कि उनकी लड़ाई पैसों या रिकॉर्ड के लिए नहीं, बल्कि न्याय के लिए थी।

बता दें एक्टर की फिल्म ‘हरि हर वीरा मल्लू’ 24 जुलाई को रिलीज होगी। यह आंध्र प्रदेश के उपमुख्यमंत्री बनने के बाद उनकी पहली फिल्म होगी।

गलती का अफसोस

अपनी बात रखते हुए एक्टर ने कहा कि उनसे बस एक गलती हुई थी, एक फ्लॉप फिल्म देना। जिसके बाद उन्हें पहले जैसी सफलता नहीं मिली। साथ ही उन्होंने डायरेक्टर त्रिविक्रम की तारीफ की, जिन्होंने उनके साथ हिट फिल्म ‘जलसा’ बनाई थी।

पवन ने आगे बताया कि उनकी फिल्म 'भीमला नायक' के समय भी उनके टिकट 10-15 रुपए में बिके, जबकि बाकियों के 100 रुपए में बिके थे। उन्होंने कहा, “यह पैसे की नहीं, साहस और न्याय की लड़ाई थी।”

पवन ने कहा कि वह रिकॉर्ड बनाने की कोशिश नहीं करते, बल्कि एक आम इंसान की तरह जीना चाहते हैं। उन्होंने प्रशंसकों को अपनी ताकत बताते हुए कहा, “30 साल के फिल्मी करियर में मैं आज इस मुकाम पर हूं तो सिर्फ प्रशंसकों की वजह से। मेरे पास न हथियार हैं, न गुंडे, सिर्फ मेरे प्रशंसक हैं।”

लौटा दी थी फीस

पवन कल्याण ने फिल्म ‘गब्बर सिंह’ के समय को याद करते हुए बताया कि एक फैन की हिट फिल्म की ख्वाहिश को डायरेक्टर हरीश शंकर ने पूरा किया। उन्होंने कहा कि ‘जॉनी’ फ्लॉप होने के बावजूद उनके फैंस ने उनका साथ नहीं छोड़ा। पवन ने यह भी बताया कि उन्होंने रिश्तों को अहमियत देते हुए अपनी फीस वापस कर दी थी।

अपनी नई फिल्म ‘हरि हर वीरा मल्लू’ के लिए उन्होंने मार्शल आर्ट्स दोबारा सीखी। मजाक में कहा कि राजनीति में असली गुंडों से सामना करना आसान था, लेकिन कैमरे के सामने एक्टिंग करना ज्यादा मुश्किल होता है।

उन्होंने फिल्म के निर्माता ए.एम. रत्नम की भी तारीफ की, जिन्होंने पिछले पांच सालों की चुनौतियों के बावजूद फिल्म को पूरा किया।