श्रीगंगानगर.झालावाड़ की घटना के बाद शिक्षा विभाग जिले के 1928 स्कूलों का सर्वे करवा रहा है। सर्वे का कार्य हर ब्लॉक स्तर पर पीइइओ व शहर में यूसीडीइओ कर रहे हैं। सर्वे के दौरान स्कूल भवन की छत, दीवारों में दरारें, सीलन, पानी टपकने की समस्या, शौचालय एवं बरामदे की स्थिति, बिजली, पंखे, फर्नीचर, अग्निशमन यंत्र, पानी की उपलब्धता आदि 26 बिंदुओं को शामिल किया जा रहा है। 31 जुलाई तक सर्वे किया जाएगा।
सर्वे में लापरवाही बरतने पर तुरंत निलंबन की कार्रवाई
शिक्षा विभाग ने स्पष्ट किया है कि स्कूल भवनों की सुरक्षा से कोई समझौता नहीं किया जाएगा। सर्वे में लापरवाही बरतने पर तुरंत निलंबन की कार्रवाई की जाएगी। शिक्षा विभाग के शासन सचिव कृष्ण कुणाल ने सभी जिला शिक्षा अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि वे 31 जुलाई तक अपने-अपने जिले में सभी विद्यालयों का विस्तृत सर्वेक्षण करें।
तुरंत मरम्मत एवं सुधार कार्य शुरू किया जाए
शिक्षा सचिव ने स्पष्ट किया कि यदि किसी विद्यालय में खेल मैदान खस्ता हालत में है या भवन जर्जर स्थिति में पहुंच चुका है तो तुरंत मरम्मत एवं सुधार कार्य शुरू किया जाए। साथ ही, स्कूलों में फस्र्ट ऐड बॉक्स भी स्थापित करने का निर्देश दिया गया है ताकि किसी छात्र को चोट लगने पर तुरंत प्राथमिक उपचार उपलब्ध हो सके।
स्कूल मरम्मत के लिए विशेष सहायता
इसके अलावा सरकार की ओर से स्कूल मरम्मत के लिए विशेष सहायता राशि भी दी जाएगी। प्रत्येक स्कूल को 2 लाख रुपए की सहायता दी जाएगी, ताकि वे अपने भवनों की मरम्मत कर सकें।
पूरे प्रदेश में सात दिन का शोक
शिक्षा सचिव ने यह भी निर्देश दिए कि झालावाड़ की घटना को ध्यान में रखते हुए पूरे प्रदेश में सात दिन का शोक मनाया जाएगा। इस दौरान किसी भी प्रकार का सांस्कृतिक, खेलकूद या समारोह का आयोजन नहीं किया जाएगा।
स्कूलों का सर्वे
जिले के 1928 सरकारी स्कूलों का सर्वे का कार्य 26 बिंदुओं को शामिल करते हुए किया रहा है। पीइइओ व यूसीडीइओ तीन दिन में सर्वे कर रिपोर्ट सीबीइओ के माध्यम से जिला मुख्यालय पर भिजवाएंगे। इसकी मॉनिटरिंग की जा रही है।