श्रीगंगानगर.जिले में जैविक खेती के नाम पर किसानों को भ्रमित कर धोखाधड़ी करने वाली एक फर्म के खिलाफ कृषि विभाग ने सोमवार को कार्रवाई की है। विभाग की टीम ने जिला मुख्यालय पर शिव चौक के पास स्थित भाटी जैविक खेती परामर्श केंद्र पर छापेमारी कर बड़ी मात्रा में अवधिपार जैविक कीटनाशक जब्त किया।निरीक्षण के दौरान पता चला कि फर्म का लाइसेंस किसी का है, लेकिन संचालित अन्य नाम से जा रही है। जहां फर्म का संचालन हो रहा है, उस स्थान का लाइसेंस नहीं है। गोदाम में भारी मात्रा में बिना लाइसेंस के राज्य में प्रतिबंधित अवधिपार जैविक कीटनाशक, उर्वरक, और पावडर मिले हैं। संयुक्त निदेशक (कृषि) विस्तार डॉ.सतीश कुमार शर्मा ने बताया कि निरीक्षण रिपोर्ट मिलने पर संबंधित फर्म के विरुद्ध आवश्यक कानूनी कार्रवाई की जाएगी। सहायक निदेशक सुरजीत बिश्नोई ने बताया कि जैविक उत्पादों के लेबल पर कथित तौर पर छेड़छाड़ कर तारीखें बदलकर उनकी वैधता अवधि बढ़ाने का प्रयास भी किया गया था। गोदाम में अवधिपार जैविक कीटनाशक जब्त किए गए हैं, जिनमें से 209 लीटर तरल, 10 टन दानेदार और पावडर जैव उर्वरक शामिल हैं। इसके अलावा, 66 लीटर जैव कीटनाशक भी जब्त किए गए हैं।
जैविक खेती के नाम पर धोखाधड़ी
बिश्नोई ने बताया कि फर्म के मालिक नरेंद्र भाटी ने शिव एग्रो केमिकल्स एंड बायो साइंस के नाम से लाइसेंस प्राप्त किया हुआ है, लेकिन फर्म का वास्तविक संचालन भाटी जैविक खेती एवं परामर्श केंद्र के नाम से हो रहा था। यह किसानों के साथ जैविक खेती के नाम पर धोखाधड़ी की जा रही है। साथ ही 407 लीटर तरल उर्वरक, 216 किलो दानेदार और पाउडर जैव उर्वरक, साथ ही 38 लीटर जैव कीटनाशक भी जब्त किए गए हैं। जांच के लिए तीन नमूने भी लिए गए हैं। टीम में सहायक निदेशक प्रदीप शर्मा, कृषि अधिकारी सुदेश भादू और अभिमन्यु गोदारा शामिल थे।