अस्पतालों में लगी मरीजों की कतारें, कल्याण अस्पताल का मेडिसिन आउटडोर बढ़ा
मेडिसिन ओपीडी में पेटदर्द, पीलिया, सिरदर्द और बुखार के मरीज ज्यादा
मानसून की झमाझम बारिश के बाद बढ़ी उमस ने लोगों की सेहत बिगाड़ दी है। अस्पतालों के आउटडोर मेंओपीडी में सिरदर्द, पेट दर्द, पीलिया, उल्टी-दस्त और बुखार जैसे लक्षणों वाले मरीजों की लाइनें अस्पतालों में लग रही हैं। जिले के सबसे बड़े कल्याण अस्पताल की मेडिसिन ओपीडी में मरीजों की संया में महज एक सप्ताह में ही बढ़ोतरी हुई है। अकेले कल्याण अस्पताल की मेडिसिन ओपीडी में इन लक्षणों वाले औसतन रोजाना 600 से ज्यादा मरीज आ रहे हैं। इनमें से करीब 60त्न मरीज पेट संबंधी संक्रमण, सिरदर्द और बुखार की शिकायत लेकर आ रहे हैं। रही सही कसर बारिश के सीजन में दूषित पानी और बासी खानपान से हो गई है। इससे पेट की बीमारियां बढ़ रही है। अस्पताल में मरीजों की भीड़ को देखते हुए अतिरिक्त स्टाफ की व्यवस्था की गई है। निशुल्क दवा योजना में ओआरएस, पेरासिटामोल, एंटीबायोटिक्स सहित जरूरी दवाएं की व्यवस्था की गई है। उमस के कारण होने वाले गंभीर मरीजों को तुरंत भर्ती कर ड्रिप व इन्यूजन थेरेपी दी जा रही है।
शरीर का बिगड़ रहा तापमान, रखें सावधानी
चिकित्सकों के अनुसार बरसात के बाद नमी बढ़ने से वातावरण में बैक्टीरिया और वायरस तेजी से पनपते हैं। दूषित पानी का सेवन, भीगने और पसीना सुखने में देरी जैसे कारणों से संक्रमण तेजी से फैल रहा है। इस बार मई माह में तेज गर्मी के बाद अचानक आई उमस से शरीर के तापमान को असंतुलित कर दिया है। उमस में शरीर में नमक और पानी की कमी जल्दी होती है। वहीं उमस में पसीना ठीक से सूख नहीं पाता जिससे हीट एग्जॉशन, हाइपोनैट्रीमिया, फूड पॉइजनिंग के मामले तेजी से बढ़े हैं। ऐसे में शरीर को हाइड्रेट रखें। बाहर का बासी खाना बिल्कुल न खाएं। साफ और उबला पानी ही पिएं।
सावधानी जरूरी...
बारिश के सीजन के कारण इस समय ओपीडी में पेट संबंधी संक्रमण और एलर्जी के मरीज तेजी से बढ़ रहे हैं। इसलिए इस समय विशेष सावधानी रखना जरूरी है। बारिश के सीजन में भीगने से बचना चाहिए और अपना खान-पान भी स्वच्छ और शुद्ध रखें।
डॉ. रघुनाथ चौधरी, अस्स्टिेंट प्रोफेसर मेडिसिन
Published on:
28 Jun 2025 11:12 am