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मानवता की अनूठी मिसाल: 5 बच्चों को बनाया शिक्षक, अब 15 आदिवासी बच्चियों का उठाया जिम्मा, जिनमें 4 अनाथ और 5 सगी बहनें

Teacher Amrit Prajapat: अमृत प्रजापत ने केंद्र के पांच बच्चों को आर्थिक मदद प्रदान की थी। वजह थी उनके परिवार की खराब माली हालत। आज ये पांचों बच्चे सरकारी स्कूलों में शिक्षक पद पर नियुक्त हैं।

अमृत प्रजापत (फोटो: पत्रिका)

गिरीश शर्मा

Real Life Inspirational Monday Story: सिरोही जिले के राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय क्यारा में शिक्षक अमृत प्रजापत 15 आदिवासी बालिकाओं के पालनहार की भूमिका निभा रहे हैं, जिससे उनका भविष्य संवर रहा है। इन बालिकाओं में पांच सगी बहनें हैं, जो बेहद गरीब परिवार से हैं। इनके अलावा चार ऐसी बालिकाएं हैं, जिनके माता और पिता दोनों नहीं है। इनमें 13 बालिकाएं क्यारा स्कूल और दो अन्य स्कूल में पढ़ाई कर रही हैं। पांच साल से प्रजापत इनके पहनने के कपड़ों से लेकर पढ़ाई का सारा खर्च उठा रहे हैं ताकि ये बालिकाएं पढ़ लिखकर आगे बढ़ सके। वर्तमान में एक बालिका 9वीं व एक 11वीं तथा अन्य प्राथमिक और उच्च प्राथमिक की पढ़ाई कर रही हैं। आत्मविश्वास से भरपूर ये बालिकाएं अपनी मंजिल को छूने का सपना देख रही हैं। प्रजापत इस स्कूल में दस साल से शिक्षक पद पर कार्यरत हैं।

अंधजन केंद्र के पांच बच्चे बने शिक्षक

माउंट आबू में अंधजन पुनर्वास केंद्र पर नियुक्ति के दौरान शिक्षक अमृत प्रजापत ने केंद्र के पांच बच्चों को आर्थिक मदद प्रदान की थी। वजह थी उनके परिवार की खराब माली हालत। आज ये पांचों बच्चे सरकारी स्कूलों में शिक्षक पद पर नियुक्त हैं।

गजब की हैंड राइटिंग

बच्चों की पढ़ाई को लेकर स्टाफ भी गंभीर है। सौ फीसदी आदिवासी बच्चों वाले विद्यालय में अधिकांश बच्चों की हिंदी और अंग्रेजी में सुंदर शब्दों में लेखन से स्पष्ट है कि वे अंग्रेजी माध्यम के बच्चों से कहीं कमतर नहीं है।

कॉलेज तक खर्च के लिए तैयार

बेटियों के कॉलेज पढ़ाई का भी खर्च वहन को तैयार हूं। स्टाफ काफी सहयोगी है। अमृत प्रजापत, वरिष्ठ शिक्षक, राउप्रावि, क्यारा