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तीन प्राध्यापकों के कार्यग्रहण व दो के कार्यमुक्त मामले को लेकर कुलगुरु, रजिस्ट्रार व उच्च शिक्षा के कमिश्नर में ठनी

- शेखावाटी यूनिवर्सिटी में कार्य व्यवस्थार्थ लगाए तीनों सहायक आचार्य लगातार तीसरे दिन विश्वविद्यालय गए लेकिन नहीं करवाया ज्वाइन

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सीकर. आयुक्तालय कॉलेज शिक्षा राजस्थान, जयपुर की ओर से शेखावाटी विश्वविद्यालय, सीकर में तीन सहायक आचार्यों को कार्य व्यवस्थार्थ लगाए जाने और दो प्राध्यापकों को कार्यमुक्त करने का मामला अब कुलगुरु प्रो. डॉ. अनिल कुमार राय, रजिस्ट्रार श्वेता यादव और उच्च शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने बीच अपनी-अपनी मूंछ का सवाल बना लिया है। ऐसे में लगातार तीसरे दिन भी तीनों सहायक आचार्यों को यूनिवर्सिटी प्रशासन ने ज्वाइन नहीं करवाया। वहीं पहले से प्रतिनियुक्ति पर कार्यरत दो प्राध्यापकों को कार्यमुक्त भी नहीं किया गया है। यूनिवर्सिटी में डिप्टी रजिस्ट्रार संबद्धता के पद पर प्रतिनियुक्त डॉ. रविंद्र कटेवा राजस्थान स्वेच्छया ग्रामीण शिक्षा सेवा नियम, 2010 (आरवीआरइएस) के तहत सरकारी सेवा नियुक्त हुए थे।

तीन दिन से यूनिवर्सिटी जा रहे प्राध्यापक, ज्वाइन नहीं करवा रहे-

पंडित दीनदयाल उपाध्याय शेखावाटी विश्वविद्याल, सीकर में शनिवार को भी तीनो सहायक आचार्य रामसिंह सरावग, कन्हैयालाल जांगिड़ और डॉ. रामचरण मीणा ज्वाइनिंग करने के लिए सुबह से लेकर शाम तक बैठे रहे। उन्हें यूनिवर्सिटी प्रशासन ने ज्वाइन नहीं करवाया। वहीं डिप्टी रजिस्ट्रार संबद्धता डॉ. रविंद्र कटेवा और परीक्षा नियंत्रक डॉ. अरिंदम बासु को कार्यमुक्त कर उन्हें राजकीय महाविद्यालय, रामगढ़ शेखावाटी में नहीं भेजा गया है। दोनों प्राध्यापक आयुक्तालय कॉलेज शिक्षा राजस्थान के आदेश की पालना में तुरन्त अपने संबंधित कॉलेज में ज्वाइन नहीं कर कमिश्नर के निर्देशों की भी अवहेलना कर रहे हैं।

कुलगुरु प्रो. राय व रजिस्ट्रार कर रहे मनमर्जी-

शेखावाटी विश्वविद्याल की रजिस्ट्रार श्वेता यादव ने 25 जुलाई को आयुक्तालय कॉलेज शिक्षा राजस्थान जयपुर के कमिश्नर को पत्र लिखा है। पत्र में लिखा है कि यूनिवर्सिटी कॉलेज शिक्षा आयुक्तालय के अनुरोध के अनुसार कार्य व्यवस्था के आधार पर शिक्षकों की नियुक्ति की अनुमति नहीं दे सकती। विश्वविद्यालय अधिनियम, क़ानून या अध्यादेशों में विश्वविद्यालय के मूल पदों के विरुद्ध ऐसी बाहरी कार्य व्यवस्था नियुक्तियों का कोई प्रावधान नहीं है। उन्होंने लिखा कि विश्वविद्यालय ने न तो ऐसी नियुक्तियों का अनुरोध किया है और न ही इसकी आवश्यकता है। जबकि शेखावाटी विश्वविद्यालय के कुलगुरु प्रो. डॉ. अनिल राय ने 14 जुलाई कोउच्च एवं तकनीकी शिक्षा विभाग, राजस्थान सरकार के अतिरिक्त मुख्य सचिव को पत्र लिखकर यूनिवर्सिटी में तीन प्राध्यापकों की प्रतिनियुक्ति का कार्यकाल बढ़ाने की मांग की थी। ऐसे में कुलगुरु प्रो. डॉ. अनिल राय व रजिस्ट्रार श्वेता यादव दोनों अपनी मनमर्जी कर रहे हैं।