mp news: मध्यप्रदेश में कहने को भले ही सरकार रोजगार दिवस मनाती हो, रोजगार संगम के आयोजन करती हो, लेकिन श्योपुर जिले में बेरोजगारों की संख्या लगातार बढ़ रही है। बावजूद इसके जिला रोजगार कार्यालय के माध्यम से जिले में बीते साढ़े 4 सालों में महज एक हजार युवाओं को ही निजी क्षेत्र में ऑफर लेटर मिल पाए हैं। विशेष बात यह है कि जिस रोजगार विभाग को बेरोजगारों को रोजगार उपलब्ध कराने का जिम्मा है, उसके पास श्योपुर जिले में न तो स्वयं का कोई दफ्तर है और न ही कोई स्थाई जिला अधिकारी।
सरकार ने बेरोजगारों के आंकड़े छिपाने के लिए रोजगार पोर्टल पर दर्ज होने वाले बेरोजगारों का नाम अब आकांक्षी युवा कर दिया है, लेकिन इन आकांक्षी युवाओं की संख्या जिले में 16 हजार 765 है। चालू विधानसभा सत्र में ही श्योपुर विधायक बाबू जंडेल द्वारा लगाए गए एक प्रश्न के लिखित जवाब में कौशल विकास एवं रोजगार राज्यमंत्री गौतम टेटवाल ने बताया कि श्योपुर जिले में मप्र रोजगार पोर्टल पर दर्ज आकांक्षी युवाओं में 11986 पुरुष और 4779 महिलाएं हैं। इसी जवाब में उन्होंने बताया कि जिला रोजगार कार्यालय श्योपुर के माध्यम से वर्ष 2021-22 से जून 2025 तक निजी क्षेत्र में रोजगार के लिए 1002 युवाओं को ऑफर लेटर उपलब्ध कराए गए हैं।
यूं तो श्योपुर में रोजगार कार्यालय का संचालन बीते 40 सालों से हो रहा है और श्योपुर जिला बनने के बाद इसे जिला रोजगार कार्यालय बना दिया गया, लेकिन आज तक इसका स्वयं का भवन है। वर्तमान में ये शासकीय आइटीआइ कॉलेज के दो कमरों में संचालित है, स्थाई जिला अधिकारी नहीं है, जिसके चलते प्रभार आइटीआइ कॉलेज प्राचार्य आशीष जैन पर है। दिसंबर 2013 में अंतिम बार यहां स्थाई जिला रोजगार अधिकारी पदस्थ थे, लेकिन उनके बाद 12 साल से यहां स्थाई जिला रोजगार अधिकारी नहीं आए हैं। वहीं अन्य कर्मचारियों के नाम पर एक बाबू और एक चतुर्थश्रेणी कर्मचारी है।
Published on:
03 Aug 2025 09:10 pm